India News Haryana (इंडिया न्यूज), NHM Strike : हरियाणा में पिछले काफी दिनों से एनएचएम कर्मियों की हड़ताल जारी है जिस कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सरकार के वित्त विभाग ने सख्त रवैया अपनाते हुए हड़तालरत कर्मचारियों के सेवा नियमों को तुरंत प्रभाव से फ्रीज करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
जानकारी देते हुए डायरेक्टर मिशन डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा कि अब नियमों के तहत 7 दिनों तक ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारी स्वत: ही बर्खास्त हो जाएंगे। जिस पर एनएचएम सांझा मोर्चा से स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री जितेंदर वत्स ने कहा कि नियमावली हमने भी पढ़ी है। उन्होंने पुन: कहा कि हम अपनी मांगों के पूरा होने तक न हड़ताल खत्म करेंगे और न कोई ड्यूटी पर जाएगा।
एनएचएम के डायरेक्टर डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि एनएचएम सांझा मोर्चा के साथ बैठक में सातवें पे-कमीशन लागू करने की मांग मान ली गई थी। लेकिन कर्मचारियों की कई मांगें नियमों के आधार पर मानी नहीं जा सकती हैं।
दूसरे राज्यों में एनएचएम कर्मियों को भुगतान करने के लिए 40 प्रतिशत राज्य और 60 प्रतिशत केंद्र सरकार पैसा देती है। जबकि हरियाणा में 80 प्रतिशत राज्य सरकार की ओर भुगतान किया जाता है। दूसरे राज्यों से हरियाणा एनएचएम के कर्मियों की तनख्वाह तीन गुणा अधिक है। पक्का करने का नियम ही नहीं है।
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री जितेंदर वत्स ने कड़े शब्दों में कहा कि ट्रेड यूनियन के तहत बाकायदा नोटिस देकर कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। सभी को अपनी मांग रखने का हक है। ऐसे कैसे बर्खास्त कर देंगे।
एनएचएम कर्मियों की हड़ताल के चलते कई दिनों से लेबर रूम, नर्सरी, केएमसी यूनिट, रैफरल ट्रांसपोर्ट, मेंटल हेल्थ, स्कूल हेल्थ (आरबीएसके) व आरकेएसके, एनसीडी, एनआरसी, टीबी विभाग, आयुष विभाग, एनएचएम कार्यालय, पीपी सेंटर, सभी सीएचओ व रिपोटिंग के कार्य प्रभावित हैं।
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