मुख्यमंत्री ने की अंत्योदय ग्राम उत्थान मेलों की प्रगति की समीक्षा
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़।
Cm Review Meeting हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य भर में आयोजित किए जा रहे अंत्योदय ग्राम उत्थान मेलों के संबंध में प्रशासनिक सचिवों और जिला उपायुक्तों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और उन्हें निर्देश दिए कि संबंधित अधिकारियों को इन मेलों को सफल बनाने के लिए मिशन मोड पर काम करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के साथ-साथ सरकार की कल्याणकारी नीतियों का लाभ पंक्ति में अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए इन अंत्योदय ग्राम उत्थान मेलों का आयोजन किया जा रहा है। युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित और सशक्त बनाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने 29-30 नवंबर को बड़े पैमाने पर व्यवसाय और स्वरोजगार के लिए पात्र परिवारों का चयन करने हेतु राज्यभर में 24 अलग-अलग स्थानों पर आयोजित मेलों के संबंध में उपायुक्तों से सुझाव और प्रतिक्रिया ली।
उपायुक्तों और अन्य अधिकारियों से प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मेलों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं और इन मेलों को और अधिक सफल बनाने तथा प्रत्येक पात्र परिवार की वार्षिक आय 1.80 लाख तक बढ़ाने के लिए मिशन मोड पर काम करना है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इन मेलों में लाभार्थियों की अधिक से अधिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए मेलों से एक दिन पहले व्यक्तिगत परामर्श के लिए प्रत्येक पात्र परिवार के घर-घर जाएं। इसके लिए विशेष टीमों का गठन किया जाना चाहिए। इन परामर्श टीमों का उचित प्रशिक्षण भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि इन मेलों में आने के लिए संदेश सबसे पहले परिवार के युवा सदस्यों को भेजा जाए, उसके बाद 60 वर्ष से कम आयु के सदस्यों, तत्पश्चात 60 वर्ष आयु या इससे ऊपर के सदस्यों को भेजा जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर परिवार के युवा सदस्य इन मेलों में भाग लें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र परिवारों को ही प्राप्त हो और रोजगार के अवसर मिलें, इसके लिए हर परिवार का आय सत्यापन बड़े बारीकी और ध्यान से किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने एकल परिवार आई.डी. और विभाजित हुए परिवारों की आईडी के डाटा को रिकॉर्ड करने के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे परिवारों का आय सत्यापन एक माना जाए और इस डाटा का कार्य उचित तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि मैनुअल और आॅनलाइन प्रोफार्मा के डाटा का ठीक से मिलान किया जाना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ जिलों में जहां निजी संस्थाओं में वर्कफोर्स की आवश्यकता है, ऐसे मामलों में उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में निजी संस्थाओं में वर्कफोर्स की आवश्यकताओं को भेजने की संभावनाएं तलाशनी चाहिएं।
बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना (एमएमएपीयूवाई) के मिशन निदेशक मनदीप बराड़ ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि पिछले दो दिनों में राज्यभर में 24 विभिन्न स्थानों पर अंत्योदय ग्राम उत्थान मेलों का आयोजन किया गया, जिसमें आय सत्यापन के आधार पर चिन्हित लाभार्थियों को बुलाया गया। इस दौरान सभी लाभार्थियों को स्वरोजगार, मजदूरी, कौशल विकास आदि से संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि इन मेलों के आयोजन के लिए विशेष एसओपी तैयार किए गए थे और इनके अनुसार ही जिला प्रशासन द्वारा व्यवस्था की गई थी। लाभार्थियों के प्रश्नों के निवारण के लिए मेलों में विशेष सहायता डेस्क स्थापित किए गए थे। इसके साथ ही, लाभार्थियों के साथ सरकारी योजनाओं की जानकारी सांझा करने के लिए जोनल समिति और परामर्श डेस्क भी स्थापित किए गए थे।
मनदीप बराड़ ने बताया कि एमएमएपीयूवाई के तहत परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) से सत्यापित डाटा के अनुसार इन अंत्योदय ग्राम उत्थान मेलों में पात्र परिवारों को आमंत्रित किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्य सचिव संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल उपस्थित रहे।
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