बिपिन रावत और 12 अन्य मृतकों का शव ले जा रही थी एंबुलेंस
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Ambulance Accident तमिलनाडु के हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (उऊर) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का अंतिम संस्कार शुक्रवार को होगा, जिसको लेकर सभी मृतकों के शव मद्रास रेजिमेंट सेंटर लाए गए। रेजिमेंटल सेंटर से इनके पार्थिव शरीर को सुलूर एयरबेस ले जाया जा रहा था कि तभी काफिले में शामिल एक एंबुलेंस का संतुलन बिगड़ गया और वह अनियंत्रित होकर पहाड़ी से जा टकराई। पार्थिव शरीरों को सुलूर एयरबेस से आज शाम तक दिल्ली के लिए एयरलिफ्ट किया जाएगा।
देश मेें कल का दिन बड़ा ही दुखदाई रहा, क्योंकि हेलिकॉप्टन क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी सहित 13 लोग अकाल मौत का ग्रास बने गए। इस हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। कल Bipin Rawat और उनकी पत्नी Madhulika Rawat का अंतिम संस्कार दिल्ली छावनी में किया जाएगा। बता दें कि CDS रावत वेलिंगटन के सैन्य स्टाफ कॉलेज में एक समारोह को संबोधित करने जा रहे थे तभी यह हादसा हुआ। सीडीएस का पार्थिव शरीर तमिलनाडु के सैन्य अस्पताल वेलिंगटन में रखा गया था और आज कुन्नूर स्थित मद्रास रेजिमेंटल सेंटर ले जाने के बाद फिर नई दिल्ली लाया जाएगा। जनरल रावत के साथ ही उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार भी दिल्ली छावनी में किया जाएगा।
जनरल रावत व उनकी पत्नी के शवों को दिल्ली में उनके घर लाया जाएगा और लोगों को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्रद्धांजलि देने की अनुमति दी जाएगी, इसके बाद एक अंतिम संस्कार जुलूस कामराज मार्ग से दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर श्मशान तक निकाला जाएगा।
जनरल रावत की मौत भारतीय सैन्य बलों के लिए बड़ा झटका है क्योंकि वह सैन्य बलों के बीच अपने साहसी और मुखर रुख के कारण लोकप्रिय थे। साथ ही जनरल रावत चीन और पाकिस्तान की सैन्य चुनौतियों का आक्रामक तरीके से जवाब देने की रणनीति के प्रखर हिमायती माने जाते थे।
जनरल रावत समेत 13 लोगों की हादसे में मौत की पुष्टि करते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति (CCS) की आपात बैठक बुलाकर हालात की समीक्षा की और देश की आगे की सैन्य रणनीति व नेतृत्व जैसे मसलों पर चर्चा की। सीसीएस की बैठक में दो मिनट का मौन रखकर देश के शीर्षस्थ सैन्य अफसर को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई।