PM Modi Ukraine Visit Live : युद्ध के मैदान पर किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता
अपनी यात्रा से पहले एक बयान में, मोदी ने कहा, “युद्ध के मैदान पर किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता है,” और “जितनी जल्दी हो सके शांति और स्थिरता की बहाली के लिए बातचीत और कूटनीति” के लिए भारत का समर्थन व्यक्त किया।
जी हां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो देशों के तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन सुबह युद्धग्रस्त देश यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच गए। ट्रेन से 10 घंटे का सफर करके वह कीव पहुंचे हैं। बता दें कि 21 और 22 अगस्त को पीएम मोदी पोलैंड की राजधानी वारसॉ में थे। गौरतलब है कि यूक्रेन और रूस के बीच फरवरी 2022 से संघर्ष चल रहा है।
राजनयिक संबंधों के बाद भारतीय पीएम की पहली यात्रा
गौरतलब है कि करीब 3 दशक पहले दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा होगी। पूरी दुनिया की इस दौरे पर नजर है। अमेरिका ने पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा को अहम करार दिया है।
ट्रेन से यात्रा कूटनीति ‘आयरन डिप्लोमेसी’ का हिस्सा
बता दें कि वैश्विक नेताओं द्वारा ट्रेन के जरिए पोलैंड से यूक्रेन की यात्रा एक कूटनीति का हिस्सा मानी जाती है। इस कूटनीति को ‘आयरन डिप्लोमेसी’ का नाम दिया गया है। यूक्रेन रेलवे के सीईओ ओलेक्सांद्र कामिशिन के मुताबिक इसके तहत दुनिया के नेता युद्ध और हवाई क्षेत्र बंद होने की अनदेखी करके कीव के लिए भूमि मार्ग अपनाते हैं। इसके अलावा नेता संघर्ष के मामले में, शांति पर चर्चा करने के मकसद से यूक्रेन को समर्थन दिखाते हैं।
युद्ध के बाद से कई नेता कर चुके हैं दौरा
बता दें कि यूक्रेन और रूस के बीच 24 फरवरी, 2022 से संघर्ष चल रहा है। इसके बाद पोलैंड, चेक गणराज्य और स्लोवेनिया के प्रधानमंत्री 15 मार्च को यूक्रेन का दौरा करने वाले पहले पश्चिमी नेता थे। बाद में भी वैश्विक नेताओं के दौरे जारी रहे। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, इटली, और जर्मनी जैसे कई बड़े देशों के नेता भी ट्रेन से ही कीव पहुंचे।
यह भी पढ़ें : Shambhu Border : किसानों की शिकायतों के लिए कोर्ट बनाएगा कमेटी
यह भी पढ़ें :Andhra Pradesh Explosion : दवा फैक्टरी ब्लास्ट में अब तक 18 से ज्यादा की मौत, 40 घायल