India News Haryana (इंडिया न्यूज), Leopard seen in Jind : सफीदों उपमंडल के गांव डिडवाड़ा के समीप शुक्रवार देर सायं सड़क पार करते हुए एक तेंदुए की वीडिय़ों क्षेत्र में लगातार वायरल हो रही है। इस वीडियो वायरल होने के बाद गांव डिडवाड़ा ही नहीं बल्कि संपूर्ण क्षेत्र में हडकंप मच गया है। मामले की सूचना ग्रामीणों के द्वारा वन्य प्राणी विभाग व सफीदों पुलिस को दी। सूचना पाकर वन्य प्राणी विभाग के निरीक्षक मनवीर सिंह व सदर थाना प्रभारी आत्मा राम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वन्य प्राणी विभाग की टीम ने गांव में पहुंच कर ग्रामीणों से बात की और तेंदुए के पदचिन्ह तलाशने की कोशिश की लेकिन टीम को रात में कोई पद चिन्ह दिखाई नहीं पड़े।
काफी तलाश के बाद टीम वापिस लौट आई। टीम ने ग्रामीणों को अलर्ट रहने तथा कोई सूचना मिलने या तेंदुए के दिखाई देने पर विभाग को सूचित करने के निर्देश दिए। शनिवार सुबह फिर से टीम गांव में पहुंची और सर्च अभियान चलाया। इस सर्च अभियान में ना तो कहीं तेंदुआ दिखाई दिया और ना ही उसके कोई पद चिन्ह मिले। टीम इस जुगत में थी कि तेंदुए के चलने के निशान मिले और किसी नतीजे पर पहुंचा जा सके। ऐसा भी अंदेशा भी जताया जा रहा है कि अगर तेंदुआ है तो शायद वह सफीदों की सीमा से निकल कर करनाल व पानीपत जिले की सीमा में प्रवेश ना कर गया हो।
गांव डिडवाड़ा के एक ग्रामीण सुरेंद्र गुर्जर का दावा है कि उसने स्वयं अपनी आंखों तेंदुआ को देखा है। उसने बताया कि वह हर रोज की तरह से करीब सायं पांच बजे अपने खेत में गया था। उसने देखा कि उसके खेत से कुछ दूर खड़े एक अमरूद के पेड़ से कोई जीव कूदा। वह घबरा कर एक ट्यूबवेल के कोठे पर चढ़ गया और वहां से तेंदुए का पिछला हिस्सा देखा। उसने फोन पर इसकी सूचना गांव के लोगों को दी और मौके पर कुछ लोग पहुंचे। कुछ ही देर के बाद उसने व लोगों ने तेंदुए का अगला हिस्सा देखा। उसके बाद तेंदुआ गांव गोली की तरफ भाग गया। सुरेंद्र का कहना है कि तेंदुआ पूरा लाल नहीं बल्कि बीच के रंग का है और पूंछ लंबी है।
गांव डिडवाडा के सरपंच राजन ने कहा कि ग्रामीणों के द्वारा तेंदुए को देखा गया है। उसके बाद वन्य प्राणी विभाग व पुलिस को सूचना दी गई थी। वन्य प्राणी विभाग व पुलिस के साथ मिल कर उन्होंने खेतों में सर्च अभियान चलाया था लेकिन उसकी कोई जानकारी नहीं मिली। उन्होंने चौकीदार के माध्यम से पूरे गांव में कई बार मुनादी करवा दी है कि लोग सचेत रहे और खेतों में अकेला नहीं समूह के रूप में लाठी-डंडों के साथ जाएं।
वन्य प्राणी विभाग के निरीक्षक मनवीर सिंह ने कहा कि सूचना मिलते ही उनकी टीम गांव डिडवाड़ा पहुंची थी और सर्च अभियान चलाया गया था लेकिन कोई निशान नहीं मिले थे। टीम ने दोबारा शनिवार को भी पहुंच कर तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। उन्होंने गांव वालों को सचेत रहने के लिए कहा है। ग्रामीणों को चाहिए कि वे एहतियात के तौर पर अकेले खेत में ना जाए और अपने साथ लाठी व डंडा व चार्ज रखें। इसके अलावा सीमावर्ती जिलों पानीपत व करनाल की टीमों को भी अलर्ट किया गया है। इस मामले में उनकी टीम हर समय अलर्ट पर है। उनके सामने कोई साक्ष्य सामने नहीं आया है कि तेंदुआ देखा गया हो। जो वीडियो वायरल हो रही है, वह तीन महीने पुरानी बताई जा रही है।
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