India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Politics: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर, भारतीय जनता पार्टी ने जाट वोट बैंक को आकर्षित करने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव किया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में जाट समुदाय को ‘देशभक्त’ बताते हुए यह दावा किया कि इस समुदाय का भाजपा को समर्थन मिलेगा। उन्होंने जाटों की देशभक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह समुदाय केवल स्थानीय ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।
सीएम सैनी के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने जाटों को रिझाने के लिए देशभक्ति की बातें शुरू कर दी हैं, जबकि असल में लोगों को रोजगार देने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के बयान को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि नौकरी के लेटर बांटने का समय था, लेकिन भाजपा और सीएम सैनी केवल देशभक्ति के लेटर बांट रहे हैं।
नौकरी के लैटर बांटने थे, लेकिन ये तो देशभक्ति के लैटर बांटने लग गए।
हरियाणवी सब देशभक्त हैं साहब। आप सिर्फ ये बताओ कि आचार संहिता में भर्तियों का ड्रामा क्यों कर रहे हो, साढ़े नौ साल मनोहर लाल जी खर्राटे क्यों लेते रहे ? https://t.co/2TrPEJw5HJ
— Haryana Congress (@INCHaryana) August 29, 2024
कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर सीएम सैनी के वीडियो को शेयर करते हुए सवाल उठाया कि आचार संहिता के दौरान भर्तियों का ड्रामा क्यों किया जा रहा है, जबकि साढ़े नौ साल तक कोई ठोस कार्य नहीं किया गया। हरियाणा में जाट समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका है, जो प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव लाने की क्षमता रखता है।
जाट समाज की पकड़ प्रदेश के 35 विधानसभा सीटों पर है, जो भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। भाजपा की कोशिश है कि जाटों को अपने पक्ष में कर चुनावी फायदा उठाया जा सके, वहीं कांग्रेस इस मुद्दे को अपने चुनावी लाभ के लिए बनाने की कोशिश में है।