India News Haryana (इंडिया न्यूज), Kolkata Rape-Murder Case : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अध्यक्ष ने डॉक्टरों से अनुरोध किया कि वे न्याय को सर्वोच्च न्यायालय पर छोड़ते हुए मरीजों की देखभाल में वापस लौटें। मालूम रहे कि गत दिनों कोलकाता में आरजी कर कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की घटना की पूरे देश में कड़ी निंदा की जा रही है।
आरजी कर के युवा स्नातकोत्तर के बलिदान ने राष्ट्र की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। पूरे राष्ट्र का गुस्सा और हताशा इस बात पर समान रूप से है कि वह एक उभरती हुई डॉक्टर थी और साथ ही वह निम्न-मध्यम वर्ग के माता-पिता की एकमात्र लड़की थी। पूरे देश ने उसे अपनी बेटी के रूप में अपनाया है।
आईएमए अध्यक्ष ने मामले में सर्वोच्च न्यायालय की प्रतिक्रिया पर जोर दिया और कहा कि पूरे चिकित्सा समुदाय को न्यायालय द्वारा दिए गए आदेशों का पालन करना चाहिए।रेजिडेंट डॉक्टर्स गुस्से और गहरे दुख के साथ सड़क पर आए हुए हैं।
माननीय न्यायालय ने डॉक्टरों से कहा है, “हम पर भरोसा करें। न्याय और चिकित्सा बंद नहीं होनी चाहिए।” सर्वोच्च न्यायालय ने अपनी बात कह दी है।” “भारत के नागरिक होने के नाते पूरे चिकित्सा बिरादरी को माननीय न्यायालय द्वारा दिए गए वचन का पालन करना चाहिए। रोगी की देखभाल और सुरक्षा चिकित्सा पेशे की मुख्य चिंता है। आधुनिक चिकित्सा के सभी डॉक्टरों को रोगी की देखभाल पर वापस लौटना चाहिए और न्याय को भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय पर छोड़ देना चाहिए।”
डॉक्टरों ने पीड़ितों के लिए न्याय और स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की मांग करते हुए विभिन्न राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया है। इस घटना के बाद भाजपा और राज्य सरकार के बीच वाकयुद्ध शुरू हो चुका है। भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है। कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद मामले को स्थानीय पुलिस से केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दिया गया है।