Benefits of Nutmeg : अगर खाने की बात करें, तो भारतीय व्यंजन के स्वाद का मुकाबला शायद ही कोई कर सकता है। तरह-तरह के मसाले, जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं। उन्हीं मसालों में से एक है जायफल।
लगभग हर रसोई में पाया जाने वाला यह मसाला न सिर्फ खाने के स्वाद को बढ़ा सकता है बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है। हम जायफल के स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। यहां आप जायफल के फायदे जान पाएंगे।
साथ ही इस लेख में जायफल का उपयोग करने का तरीका भी बताया गया है। पाठक इस बात पर विशेष ध्यान दें कि जायफल लेख में शामिल किसी भी बीमारी का इलाज नहीं है। यह केवल समस्या से बचाव में कुछ हद तक मददगार साबित हो सकता है।
आयुर्वेद में जायफल को एक बेहद ही बहुत उपयोगी फल माना गया है, जिसके ढेर सारे औषधीय लाभ हैं। जायफल का सबसे बेहतर उपयोग बच्चों के इम्मून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। जायफल के तेलसे बना साबुन चेहरे के दाग धब्बे साफ करने में भी मदद करता है।
जायफल का इस्तेमाल अनेक आयुर्वेदिक दवाओं में होता है। जायफल मिरिस्टिका वृक्ष पर लगने वाला फल है। जावित्री, जायफल के ऊपर चढ़े कवर को कहते हैं। जायफल का अधिक इस्तेमाल बच्चों पर किया जाता है और ये उन्हें सर्दी-खांसी में आराम पहुंचाता है। इसे पीसकर बच्चे को रोजाना देने से उनका इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है। जायफल की पीसर दूध में डालकर पीने से ये रोग दूर होते हैं।
जायफल और मायाफल के बराबर-बराबर चूर्ण को धीमी आग पर भून लें। इसमें बारह भाग मिश्री मिला लें। इसे 1-2 ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन सुबह दूध के साथ बच्चों को सेवन कराएं। इससे बच्चों के बल की वृद्धि होती है। बच्चों के रोगों ठीक होते हैं।
बच्चे आसानी से दूध नहीं छोड़ते हैं। ऐसी स्थिति में जायफल आपके काम आ सकता है। बच्चों को दूध पीना छुड़ाने के लिए जायफल का प्रयोग करना चाहिए। यह लाभ देता है। उपयोग के बारे में किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर पूछ लें।
कई लोगों को सेक्सुअल पॉवर की कमी होने की शिकायत रहती है। ऐसे लोग पुरुषत्व (मदार्ना ताकत) को बढ़ाने के लिए जायफल का इस्तेमाल कर सकते हैं। जायफल, अकरकरा, जायफल, जावित्री, इलायची, कस्तूरी और केसर को दूध में पका लें। इस दूध में मिश्री मिलाकर पिएं। इससे पौरुष शक्ति की वृद्धि होती है।
जायफल का उपयोग अनिद्रा की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि दो हफ्तों तक जायफल चूर्ण का इस्तेमाल अनिंद्रा से पार पाने में मददगार हो सकता है। एक अन्य शोध में भी अनिद्रा के लिए इसके उपयोग का पता चलता है।
जायफल का उपयोग दर्दनिवारक के रूप में किया जा सकता है। इस विषय पर डिपार्टमेंट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज के द्वारा शोध किया गया। शोध में पाया गया कि जायफल के अर्क में एनाल्जेसिक गुण यानी की दर्द को दूर करने वाला गुण पाया जाता है।
गठिया की समस्या में जोड़ों में दर्द के साथ ही सूजन की समस्या हो सकती है। इस समस्या में जायफल का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। इस विषय से संबंधित एक शोध में पाया गया कि जायफल का उपयोग मांसपेशियाओं में ऐंठन और गठिया की समस्या में लाभकारी हो सकता है। शोध में पाया गया कि जायफल में एनाल्जेसिक और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ये गुण गठिया के दौरान होने वाले दर्द और सूजन में राहत देने का कार्य कर सकते हैं।
Benefits of Nutmeg
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