India News Haryana (इंडिया न्यूज), Margaret Alva Statement: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर अब सभी नेताओं की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। विपक्ष तो विपक्ष पार्टी के खुद के नेता भी कांग्रेस की रणनीति पर सवाल उठा रहे है। कांग्रेस की हार पर पार्टी को ही जिम्मेदार ठहराते हुए हरियाणा कांग्रेस की प्रभारी रह चुकीं पार्टी की वरिष्ठ नेता मारग्रेट अल्वा ने सवाल उठाए हैं और कई बड़े खुलासे भी किए हैं। उनका मानना है कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और पार्टी की भलाई को लेकर काम करने के बीच संतुलन बनाना जरुरी है। कांग्रेस की हार पर मारग्रेट अल्वा ने कहा, ”हरियाणा में नतीजे निराशाजनक हैं। मैं 2004 से 2009 तक हरियाणा की प्रभारी एआईसीसी महासचिव थी, जब कांग्रेस ने राज्य में दो बार जीत हासिल की।
इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस के मैनेजमेंट पर सवाल उठाते हुए कहा कि, ”व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और पार्टी की भलाई के बीच संतुलन होना चाहिए। इस चुनाव में हम वो संतुलन बनाने में कामियाब नहीं हुए। इसके अलावा उन्होंने बागियों को लेकर कहा कि, बड़ी संख्या में बागी उम्मीदवार खराब पार्टी मैनेजमेंट की ओर इशारा करते हैं, छोटे-मोटे सार्वजनिक झगड़े, झूठी शेखी बघारना और एक अभियान जिसने हरियाणा समाज के कई वर्गों को असुरक्षित बना दिया, इन सभी ने एक निश्चित जीत को हार में बदल दिया।
The results in Haryana are disappointing. I was AICC General Secretary in charge of Haryana from 2004 to 2009 when the Congress won the state twice. Winning required staying neutral & unifying the party – striking a balance between individual aspiration & the good of the party.
— Margaret Alva (@alva_margaret) October 9, 2024
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अपने इस बयान में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता ने बीजेपी को भी घेरा। इस दौरान उन्होंने कहा, ”ये नतीजे हरियाणा में बीजेपी के 10 साल के कुशासन के खिलाफ गुस्से को कम नहीं करेंगे। यह केवल इसे बढ़ाएगा। हमें उस गुस्से को प्रसारित करने और 2025 के हरियाणा पंचायत और नगर निगम चुनाव जीतने और एक मजबूत, एकजुट विपक्ष के रूप में काम करने की जरूरत है।