India News Haryana (इंडिया न्यूज), Kumari Selja: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की अप्रत्याशित हार ने पार्टी में अंतर्कलह को फिर से उजागर कर दिया है। चुनाव के दौरान कुमारी सैलजा और भूपिंदर सिंह हुड्डा के बीच खुला टकराव देखने को मिला था, और अब यह संघर्ष एक बार फिर से बढ़ता हुआ प्रतीत हो रहा है। कुमारी सैलजा ने हाईकमान से संगठन में बदलाव की मांग की है, जिसका सीधा संकेत भूपिंदर सिंह हुड्डा की ओर है, क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को हुड्डा का करीबी माना जाता है।
सैलजा ने कहा कि चुनाव परिणामों ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निराश किया है, लेकिन वे हताश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हाईकमान को हार के कारणों की गहन पड़ताल करनी चाहिए। उनका मानना है कि पिछले 10 से 12 सालों में संगठन में सुधार की जरूरत है। सैलजा ने यह भी बताया कि पार्टी की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी कार्यकर्ताओं से बात करेगी ताकि उनकी राय जान सके कि हार के पीछे क्या कारण रहे।
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही हाईकमान कोई निर्णायक कदम उठाएगा। सैलजा ने यह भी खारिज किया कि राहुल गांधी के गुस्से की खबरों में कोई सच्चाई है। उनका कहना है कि इस विषय पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। वहीं, कैप्टन अजय यादव ने भी उपेक्षा के आरोप लगाए हैं और चुनाव प्रचार से दूर रहने की बात की है।
इस स्थिति में कुमारी सैलजा की संगठन में बदलाव की मांग ने विवाद को और बढ़ा दिया है। सभी एग्जिट पोल्स में कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन जब असली नतीजे आए तो पार्टी और राजनीतिक विश्लेषक दोनों ही चौंक गए। इस प्रकार, हरियाणा में कांग्रेस की हार ने न केवल पार्टी के भीतर विवाद को बढ़ाया है, बल्कि इससे भविष्य की रणनीतियों पर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं।