India News Haryana (इंडिया न्यूज), Stubble Burning: 20 अक्तूबर को अंबाला में विभागीय अधिकारियों ने किसानों के खेतों का निरीक्षण किया, जिसमें धान की अवशेष जलने के मामले उजागर हुए। किसानों की अनुपस्थिति में अधिकारियों ने पटवारी के माध्यम से रिकॉर्ड की जांच की और खेत की जीपीएस लोकेशन के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की। इस सख्त कदम के तहत अंबाला में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े नियम लागू किए गए हैं।
पहला मुकदमा नग्गल थाना क्षेत्र में जनसुई गांव के निवासी कम्मा उर्फ वरयाम के खिलाफ दर्ज किया गया, जबकि बराड़ा थाने में एक महिला किसान के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है। यह स्पष्ट संकेत है कि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहा है और किसानों के लिए सख्त चेतावनी दे रहा है।
खंड कृषि अधिकारी दर्शन सिंह ने बताया कि अंबाला जिले में अब तक कुल 74 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें एक लाख 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। रविवार तक रेड एंट्री के 41 केस दर्ज किए गए, जिनमें से 31 मामले “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” पोर्टल पर अपलोड किए जा चुके हैं।
विभाग की ओर से इस तरह की कार्रवाई का उद्देश्य न केवल पर्यावरण की सुरक्षा करना है, बल्कि किसानों को फसल अवशेष जलाने के गंभीर परिणामों के बारे में जागरूक करना भी है। आगे भी इस तरह की जांच और कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि पराली जलाने की प्रवृत्ति को समाप्त किया जा सके और खेतों की स्वास्थ्य और मिट्टी की गुणवत्ता को बनाए रखा जा सके।