India News Haryana (इंडिया न्यूज), Migrant Worker: 27 अगस्त को हरियाणा के बाढड़ा और हंसावास में गौ मांस खाने के शक में प्रवासी मजदूर की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है। जांच के अनुसार, जिस मांस के बारे में शक था, वह वास्तव में गोमांस नहीं था। फरीदाबाद की लैब से आई रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ है।
पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के निवासी साबिर मलिक की इस घटना में जान गई थी। उन्हें और एक अन्य युवक को गोरक्षा दल से जुड़े लोगों ने पीटा था, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ। पुलिस ने इस मामले में साबिर के साले सुजाउद्दीन सरदर की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज किया और पांच लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें से दो नाबालिग थे।
इस मामले ने पूरे देश में हलचल मचा दी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साबिर के परिवार को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की, जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर चिंता जताई। राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधा, यह कहते हुए कि अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों के खिलाफ हमले बढ़ रहे हैं और सरकार इस पर चुप है।