India News Haryana (इंडिया न्यूज), ED Action: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में रोहतक के उद्योगपति राजेश जैन के आवास पर छापेमारी की, जिसमें 46 लाख रुपये की नकद राशि और कई लग्जरी गाड़ियां बरामद हुईं।
यह कार्रवाई 200 करोड़ रुपये के लोन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संदर्भ में की गई है, जिसमें केनरा बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लिया गया ऋण शामिल है। ईडी की जांच के बाद से राजेश जैन और उनके कुछ सहयोगी गायब हैं, और उनका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ है। इस मामले में उनकी ओर से कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया या जानकारी सामने नहीं आई है।
इस पूरे मामले की जड़ फरवरी 2021 में सीबीआई द्वारा की गई एक जांच में है, जब जैन और उनके भाई ललित जैन के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप लगे थे। उस समय बताया गया था कि जैन बंधुओं ने गलत दस्तावेजों के आधार पर साजिश रचकर ऋण हासिल किया था।
राजेश जैन रोहतक के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक हैं और वे एलपीएस बोसार्ड कंपनी के प्रबंध निदेशक हैं। उनकी कंपनी नेट बोल्ट का निर्माण करती है और यह एशिया के कई देशों में व्यापार करती है। खास बात यह है कि उनकी कंपनी के कुछ हिस्से चंद्रयान मिशन में भी उपयोग किए गए थे, जो उनकी तकनीकी क्षमताओं को दर्शाता है।