India News Haryana (इंडिया न्यूज), Stubble Burning: सिरसा जिले में पराली जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिसमें दिवाली की रात भी किसानों ने खेतों में पराली जलाई, जिससे पूरे क्षेत्र में धुएं का गुबार फैल गया।
जिला प्रशासन और कृषि विभाग के सख्त आदेशों के बावजूद किसानों द्वारा खुलेआम पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे पर्यावरण और जनस्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। सिरसा में अब तक 21 से अधिक मामले सामने आए हैं, जहां किसानों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए पराली जलाई। पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए प्रशासन ने किसानों को वैकल्पिक उपाय अपनाने के निर्देश दिए थे, साथ ही जागरूकता अभियान भी चलाया गया था।
पराली प्रबंधन के लिए विशेष सब्सिडी और उपकरणों की व्यवस्था भी की गई, ताकि किसान फसल अवशेषों को जलाने के बजाय उन्हें अन्य उपयोगी तरीकों से नष्ट करें। इसके बावजूद, किसानों द्वारा पराली जलाने की घटनाएं जारी हैं। कृषि विभाग ने इन मामलों में सख्त कार्रवाई करते हुए पराली जलाने वाले किसानों पर हजारों रुपये का जुर्माना भी लगाया है। पराली जलाने की इस समस्या के कारण न केवल प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है, बल्कि इससे आसपास के लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि यदि स्थिति में सुधार नहीं होता, तो जुर्माने के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। प्रशासन ने फिर से किसानों से अपील की है कि वे पराली जलाने से बचें और अन्य पर्यावरण-संरक्षण उपाय अपनाएं। साथ ही कृषि विभाग ने ऐसे किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है जो नियमों का उल्लंघन करते हैं। पराली जलाने की समस्या का समाधान पाने के लिए प्रशासन को और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि वायु प्रदूषण पर नियंत्रण हो सके और क्षेत्र में स्वच्छ वातावरण बना रहे।