India News Haryana (इंडिया न्यूज), Air Quality: दीपावली के बाद से प्रदेश की वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। दीपावली पर हुई भारी आतिशबाजी का धुआं अब वातावरण में मिलकर स्मॉग का रूप ले चुका है, जिससे कई शहरों में धुंध की चादर फैली हुई है। सोमवार को स्थिति और गंभीर हो गई, जब 14 जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 200 से ऊपर पहुंच गया, और चार जिले रेड जोन में चले गए, जहां AQI 300 के पार दर्ज किया गया। इनमें हिसार, फतेहाबाद, गुरुग्राम और चरखी दादरी जैसे जिले शामिल हैं। हिसार का AQI 379 तक पहुंच गया, जो दिल्ली के AQI (381) से बहुत कम नहीं है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यह स्मॉग सांस और दमा रोगियों के लिए बेहद नुकसानदायक बन गया है। वहीं, कुछ जिलों में पराली जलाने के मामलों में कमी के बावजूद वायु गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं दिखा। गुरुग्राम और चरखी दादरी जैसे जिलों में पराली जलाने के मामले शून्य पर हैं, लेकिन फिर भी इन जिलों का AQI बेहद खराब है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए पंजाब और हरियाणा सरकारों से अक्टूबर के अंतिम 10 दिनों में पराली जलाने की घटनाओं पर हलफनामा मांगा है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनज़र सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और पुलिस आयुक्त को पटाखों पर प्रतिबंध के लिए किए गए प्रयासों का ब्यौरा देने का निर्देश दिया है। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया है कि दीपावली के अलावा चुनावों और शादियों में भी पटाखों पर प्रतिबंध की जरूरत है।
इस बीच, पाकिस्तान के लाहौर शहर में भी वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंचने पर वहां के मंत्रियों ने भारत से आने वाली हवाओं को इसके लिए दोषी ठहराया है। लाहौर का AQI रविवार को 1,194 तक पहुंच गया था, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।