India News Haryana (इंडिया न्यूज), Sexual Harassment: हरियाणा में एक उच्च पदस्थ आईपीएस अधिकारी पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। तीन सदस्यीय इस एसआईटी का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) ममता सिंह कर रही हैं, जिसमें फतेहाबाद के पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी और आईपीएस अधिकारी संगीता कालिया सदस्य के रूप में शामिल हैं।
यह कदम उस समय उठाया गया जब सोशल मीडिया पर सात महिला पुलिस अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र वायरल हुआ, जिसमें एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे। पत्र मुख्यमंत्री को संबोधित किया गया था। सूत्रों के अनुसार, सरकार को अंदेशा था कि जिन दो महिला अधिकारियों का नाम पत्र में ‘सहयोगी’ के रूप में था, वे जांच को प्रभावित कर सकती हैं। इस पर संज्ञान लेते हुए, इन अधिकारियों को जिले से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया है। साथ ही, आरोपों का सामना कर रहे आईपीएस अधिकारी को भी संबंधित जिले से हटाया गया है।
एसआईटी प्रमुख ममता सिंह ने हाल ही में जींद का दौरा किया और मामले की गहराई से जांच की शुरुआत की। एसआईटी की योजना है कि संबंधित जिले की सभी 142 महिला पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए जाएंगे। पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने पहले भी मामले की प्रारंभिक जांच की थी, लेकिन बाद में इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें एसआईटी में सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया। मोदी द्वारा महिला अधिकारियों से बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस मामले में हरियाणा राज्य महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया था। आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने आईपीएस अधिकारी को फरीदाबाद स्थित कार्यालय में तलब किया था और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर यह सुझाव दिया था कि जांच पूरी होने तक अधिकारी को स्थानांतरित या मुख्यालय में रखा जाए, या छुट्टी पर भेजा जाए। सरकार ने महिला आयोग की सिफारिशों के अनुरूप कार्रवाई करते हुए आरोपी अधिकारी को वर्तमान जिले से हटा दिया है। मामले की जांच तेजी से की जा रही है, ताकि आरोपों की सच्चाई सामने आ सके और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो सके।