India News Haryana (इंडिया न्यूज), Tussle in Congress : हरियाणा में जब से इन चुनावों में कांग्रेस जीती हुई बाजी हारी है, तब से कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। एक-दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ा जा रहा है। जी हां, विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के असंध से पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने भी अपनी ही पार्टी पर आड़े हाथों लिया है। वहीं पार्टी प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को भी नहीं छोड़ा। गोगी ने कहा कि जिस प्रदेश अध्यक्ष ने अपने पद पर होते हुए कोई काम नहीं किया तो अब आगे तो उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है?
पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पुत्र दीपेंद्र हुड्डा को घेरते हुए कहा कि बापू-बेटा दोनों ने कांग्रेस को पूरी तरह से डुबोने का काम किया है। हार के बाद हुड्डा ईवीएम का मुद्दा उठाकर अपनी असलियत पर पर्दा डालने का काम कर रहे हैं लेकिन सच्चाई सबको मालूम है।
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फिलहाल अभी हरियाणा कांग्रेस में सब ठीक नहीं चल रहा। विधायक दल के नेता के लिए लॉबिंग चल रही है। माना जा रहा है कि कांग्रेस महासचिव एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा को पार्टी हाईकमान फिर प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपे सकती है। फिलहाल ये सभी भविष्य के गर्भ में है।
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मालूम रहे कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 37 सीटें जीत पाई थी जबकि सरकार बनाने के लिए 46 सीटें चाहिए थी। मगर प्रदेश की भाजपा 48 सीटों के साथ सरकार बनाने में कामयाब रही। कांग्रेस शुरू से ही अपनी जीत के बड़े वादे करती आई थी, इतना ही नहीं एग्जिट पोल ने भी कांग्रेस का ओवर कॉन्फिडेंट बढ़ा दिया था लेकिन कांग्रेस को दिख रही जीत धीरे-धीरे हार मेंं बदल गई। इस हार से कांग्रेस के पूरी तरह से सपने धराशायी हुए हैं।
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