India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Farmers: यमुनानगर स्थित एशिया की सबसे बड़ी सरस्वती शुगर मिल में इस साल गन्ना पिराई सत्र की शुरुआत आज से हो गई है। मिल के चीफ एग्जीक्यूटिव एसके सचदेवा ने बताया कि गन्ने की पिराई को अधिकतम क्षमता के साथ चलाने के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। इस वर्ष मिल का लक्ष्य 160 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई का है, जबकि पिछले सीजन में 146 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई थी।
एसके सचदेवा ने बताया कि हरियाणा पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां गन्ने का मूल्य 400 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है, जो देश में सबसे अधिक है। इसके अलावा, यमुनानगर की सरस्वती शुगर मिल ने पंजाब और हरियाणा में सबसे पहले गन्ने की पिराई शुरू की है। मिल ने गन्ना किसानों के लिए एक नई योजना भी पेश की है, जिसके तहत किसान यदि अपना 85 प्रतिशत या उससे अधिक गन्ना मिल में आपूर्ति करते हैं, तो उन्हें दवाईयों पर डबल अनुदान मिलेगा। इस योजना का लाभ 98 प्रतिशत किसानों ने लिया है।
गन्ना खरीदारी के लिए इस वर्ष मिल के गेट के अलावा 45 अतिरिक्त केंद्रों पर व्यवस्था की गई है, जिससे किसानों को अधिक सुविधाएं मिल सकें। इसके साथ ही, गन्ना लोडिंग के काम में आने वाली श्रमिक समस्या को हल करने के लिए 38 केन लोडर भी विभिन्न गन्ना केंद्रों पर तैनात किए गए हैं। इससे गन्ना लोडिंग का कार्य सुचारू रूप से चलेगा और किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। सरस्वती शुगर मिल द्वारा किए गए इन प्रयासों से किसानों को न केवल बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि गन्ने की पिराई की प्रक्रिया भी तेज और व्यवस्थित होगी।