India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Population: हरियाणा में दो वर्षों के भीतर गरीबों की संख्या में अचानक हुई वृद्धि ने राज्य की राजनीति में बवाल मचा दिया है। विधानसभा में पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले दो सालों में करीब 75 लाख लोग गरीबी रेखा से नीचे (BPL) पहुंच गए हैं, जिससे राज्य में बीपीएल लोगों की संख्या अब लगभग एक करोड़ 98 लाख हो गई है।
कांग्रेस ने इस वृद्धि को लेकर सीबीआई जांच की मांग की है, जबकि भाजपा इसे अपनी सफलता मानकर दावा कर रही है कि वास्तविक जरूरतमंदों को अब सही लाभ मिल रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि राज्य में गरीबों की संख्या बढ़ने से यह स्पष्ट होता है कि सरकार की नीतियों में कुछ गड़बड़ है, क्योंकि प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी के बावजूद गरीबों की संख्या में वृद्धि असंगत है।
इसके जवाब में भाजपा ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में बीपीएल कार्ड की आय सीमा 1.20 लाख रुपये थी, जबकि भाजपा ने इसे बढ़ाकर 1.80 लाख रुपये किया और फर्जी कार्ड रद्द किए, जिससे वास्तविक गरीबों को लाभ मिल रहा है। सरकारी योजनाओं के तहत बीपीएल परिवारों को अनाज, तेल, चीनी जैसी सुविधाएं दी जाती हैं, और अब इन योजनाओं का लाभ राज्य की बड़ी संख्या में गरीबों को मिल रहा है।
लेकिन, कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि जब गरीबों की संख्या बढ़ रही है, तो यह दर्शाता है कि राज्य की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उनका कहना है कि इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए। राज्य में गरीबी के आंकड़े लगातार बढ़ने के बावजूद मुख्यमंत्री का दावा है कि बेरोजगारी केवल 4 प्रतिशत है, जो सामान्य से भी कम है। यह विवाद हरियाणा की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे रहा है।