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Sirsa Crime News : एसपी के नाम पर जेल वार्डन से ही हड़पे लिए इतने लाख रुपए

• LAST UPDATED : November 18, 2024
  • पीड़ित के पुत्र का नाम मुकदमे से निकालने की एवज में लिए थे रुपए

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Sirsa Crime News : सिरसा पुलिस अधीक्षक व डीएसपी के नाम पर दो लोगों ने एक व्यक्ति से पांच लाख रुपए हड़प लिए। पीड़ित व्यक्ति पानीपत जेल में वार्डन है और ढाणी मोहब्बतपुर आदमपुर का रहने वाला है। डीएसपी ऐलनाबाद की जांच व सबूतों के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

Sirsa Crime News : पानीपत जेल में वार्डन है पीड़ित, 2020 में दर्ज एक मुकदमे में जेल चला गया था बेटा

जानकारी के अनुसार आदमपुर की ढाणी मोहब्बतपुर निवासी आत्माराम पुत्र नरसी राम जेल विभाग में वार्डन के पद पर कार्यरत है। उसकी ड्यूटी पानीपत जेल में है। आत्माराम का कहना है कि उसके बेटे पवन उर्फ विक्रम (29) के खिलाफ वर्ष 2020 में पुलिस थाना भट्टू कलां जिला फतेहाबाद में एक मुकदमा दर्ज हो गया था। इस मामले में उसका बेटा जेल चला गया। आत्माराम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि बेटे के जेल जाने के बाद वह मानसिक तनाव में आ गया। वह अपने बेटे की बेगुनाही साबित करने के लिए इधर-उधर घूम रहा था।

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इसी दौरान उसका साला छोटू राम निवासी गांव गुसाईयाना जिला सिरसा के पास सत्यवान पुत्र जय सिंह निवासी गांव बांसड़ा तहसील भादरा राजस्थान आया। सत्यवान ने छोटूराम से कहा कि आपना भांजा बेकसूर है, वह उसका मुकदमे से नाम निकलवा देगा। छोटूराम ने सत्यवान से कहा कि तुम पवन के पिता आत्माराम से बात कर लो। इसके बाद सत्यवान अपनी गाड़ी लेकर मंडी आदमपुर आया  और उसने आत्माराम से कहा कि तुम पैसे का प्रबंध करो, मेरा एक जानकार है जो कि सिरसा के गांव चाहरवाला में रहता है।

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उसके व मेरे पुलिस अधीक्षक फतेहाबाद के अच्छे संबंध हैं। कई अन्य पुलिस अफसर से भी अच्छी जानकारी है। तुम्हारा काम करवा देंगे। आत्मा राम का कहना है कि उसने लोगों से उधार मांगकर पांच लाख का प्रबंध किया। इसके बाद वह अपने दोस्त गांव रंगड़ी के सरपंच चंद्रशेखर के साथ उसकी गाड़ी में बैठ गया। सत्यवान भी इस गाड़ी में बैठ गया। इसके बाद वे तीनों गांव चाहरवाला में कालू के घर गए।

आरोपी बोला- डीएसपी से बात हो गई है, जल्द हो जाएगा काम

आत्माराम का कहना है कि कालू घर पर नहीं मिला। उसका पिता गोपाल घर पर था। सत्यवान ने पांच लाख रुपए उससे लेकर गोपाल को दे दिए। गोपाल ने ये राशि अपनी पत्नी को पकड़ा दी। इसके बाद सत्यवान ने कहा कि उसकी व कालू की डीएसपी साहब से बात हो गई है, तुम्हारा काम जल्द हो जाएगा। पवन जल्द ही जेल से बाहर होगा।

डीएसपी ऐलनाबाद की जांच में मामला सही पाया गया

आत्माराम का कहना है कि कुछ दिन बाद सत्यवान से कहा कि उसके बेटे को बाहर निकलवाओ लेकिन सत्यवान टालमटोल करता चला गया। इसके बाद आत्माराम को अहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। आत्माराम ने इसकी शिकायत एडीजीपी हिसार से की तो ऐलनाबाद डीएसपी जगत सिंह को जांच सौंपी गई। डीएसपी जगत सिंह ने की प्राथमिक जांच में यह अपराध घटित होना पाया गया। इसके बाद पुलिस थाना नाथुसरी चोपटा पुलिस ने आरोपी कालू व सत्यवान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।

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