India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Police: अक्सर देखा गया है की पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी होती है आम जनता की रक्षा करना और उनकी परेशानियों को सुलझाना। पर क्या हो अगर उन्हीं पुलिसकर्मियों के साथ बुरी तरीके से बदतमीजी जाए ? यह मामला सामने आया है गुरुग्राम के बादशाहपुर के अर्जुन नगर में पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट और सिपाही की वर्दी फाड़ने के मामले में तीन आरोपितों को अदालत ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया है।
यह घटना 4 फरवरी 2016 की रात की है, जब हेड कांस्टेबल सुप्रीम और सिपाही जितेंद्र गश्त पर थे। उन्हें अर्जुन नगर के गली नंबर 5 में तेज आवाज में म्यूजिक बजाने की सूचना मिली थी। जब पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और म्यूजिक सिस्टम बंद करने को कहा, तो आरोपितों ने उनका विरोध किया और उनके साथ हाथापाई शुरू कर दी। आरोपितों ने मारपीट के दौरान सिपाही जितेंद्र की वर्दी फाड़ दी और अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर उन्हें धमकी दी।
पुलिस कर्मियों की ओर से सूचना देने पर अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन आरोपित सभी फरार हो गए। पुलिस ने हेड कांस्टेबल सुप्रीम की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। हालांकि, इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं मिलने पर अदालत ने तीनों आरोपितों को बरी कर दिया। इनमें से एक आरोपित की हत्या पिछले साल कर दी गई थी। मामले की पैरवी अधिवक्ता सन्नी तंवर ने की।
अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद यह निर्णय लिया कि आरोपितों के खिलाफ पर्याप्त प्रमाण नहीं हैं। इस मामले में आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की कोई संभावना नहीं बची, जिसके बाद उन्हें बरी कर दिया गया।