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‘Chalo Theatre’ Festival 2024 : कहन कहानी कहन, प्रेमचंद की कहानियों को नाटक में उतारा, गुस्से के साथ आंखें भी नम

• LAST UPDATED : November 18, 2024
  • पाइट में चलो थियेटर महोत्सव के छठे दिन रास कला मंच की प्रस्तुति, 19 नवम्बर को दरारे नाटक से समापन

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Chalo Theatre’ Festival 2024 : पानीपत जिले के समालखा स्थित पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (पाइट) में सात दिवसीय चलो थियेटर महोत्सव के छठे दिन कहन कहानी कहन नाटक का मंचन हुआ। मुंशी प्रेमचंद की दो कहानियों को दो कहानियों शतरंज के खिलाड़ी और बड़े भाई साहब को मिलाकर तैयार की गई नाट्य प्रस्तुति है। रास कला मंच सफीदों के निदेशक रवि मोहन ने इस नाटक का निर्देशन किया। एनएसडी से जुड़े अभिनेताओं ने भी मंच पर प्रस्तुति दी।

‘Chalo Theatre’ Festival 2024  : दिग्भ्रमित मानसिकता का चित्रण किया

पतनशील सामंतवाद का जीवंत चित्र प्रस्तुत करती है कहन कहानी कहन रचना। वाजिद अली शाह समय है। लखनऊ में लोग विलासिता में डूबे हैं। मिर्जा सज्जाद अली और मीर रौशन अली के चरित्रों द्वारा दिग्भ्रमित मानसिकता का चित्रण किया है। लखनऊ पर अंग्रेजी सेना का कब्जा हो गया। वाजिद अली शाह बंदी बना लिए गए। मीर और मिर्जा इससे परेशान नहीं होते किंतु शतरंज खेलते हुए एक दूसरे की जान ले लेते हैं।

कहानियों के माध्यम से किसी न किसी समस्या पर प्रहार किया

प्रेमचंद की कहानियां हमेशा शिक्षाप्रद रही हैं। उन्होंने अपनी कहानियों के माध्यम से किसी न किसी समस्या पर प्रहार किया है। बड़े भाई साहब कहानी में बड़े भाई साहब अपने कर्तव्यों को संभालते हुए, अपने भाई के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा कर रहे हैं। चौदह साल के बच्चे द्वारा उठाया गया कदम छोटे भाई के उज्जवल भविष्य की नींव रखता है। यह कहानी सीख देती है कि मनुष्य उम्र से नहीं अपने किए गए कामों और कर्तव्यों से बड़ा होता है। कहन कहानी नाटक के दो हिस्सों में दर्शकों को तत्कालीन समाज में व्याप्त सामंतवाद पर गुस्सा आया तो बड़े भाई साहब को देखकर आंखें भी नम हुईं।

आज दरारें नाटक से समापन

मंगलवार, 19 नवंबर को दरारें नाटक के साथ चलो थियेटर महोत्सव का समापन होगा। पाइट के चेयरमैन हरिओम तायल ने बताया कि 13 नवंबर से सात दिवसीय महोत्सव शुरू हुआ था। नेशनल स्‍कूल ऑफ ड्रामा की रेपर्टरी टीम ने पहली बार लगातार पांच दिन नाट्य प्रस्तुति दी। देश के प्रसिद्ध निर्देशिकों व अभिनेताओं ने मंच को जीवंत किया। संस्कृति मंत्रालय व हरियाणा कला परिषद ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर सचिव सुरेश तायल, वाइस चेयरमैन राकेश तायल, बोर्ड सदस्य शुभम तायल, डीन डॉ.बीबी शर्मा भी मौजूद रहे।

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