India News Haryana (इंडिया न्यूज), Mushroom Village: हरियाणा के पानीपत जिले के मालपुर गांव की कहानी एक ऐसे किसान के नवाचार की है जिसने पूरे गांव की तक़दीर बदल दी। 36 साल पहले, किसान ईश्वर सिंह ने मशरूम की खेती शुरू करने का फैसला किया, जिससे उनका गांव ‘मशरूम विलेज’ के रूप में पहचान बना गया। पहले, यह गांव परंपरागत खेती पर निर्भर था, लेकिन ईश्वर सिंह के आइडिया ने ग्रामीणों को नई दिशा दी।
ईश्वर सिंह को मशरूम की खेती का आइडिया सोलन में एक ट्रेनिंग के दौरान आया था। उन्होंने अपने भाईओं के साथ मिलकर इस खेती को शुरू किया और धीरे-धीरे यह गांव के किसानों के लिए आय का मुख्य स्रोत बन गया। शुरुआत में यह काम छोटे स्तर पर हुआ था, लेकिन गुणवत्ता और मात्रा में सुधार के बाद, अब गांव के लगभग 70% किसान मशरूम की खेती से जुड़ चुके हैं।
गांव के लोग अब सर्दियों के अलावा पूरे साल मशरूम उगाने की योजना बना रहे हैं और इसके प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की दिशा में काम कर रहे हैं। मशरूम से आचार, मुरब्बा, शूप जैसे उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं, जिससे आय का स्त्रोत और बढ़ेगा।
मालपुर गांव में मशरूम की खेती अब 2000 टन से ज्यादा उत्पादन करती है और इसकी सालाना आय करीब 20 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। किसानों की आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार आया है और अब गांव में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। यह उदाहरण इस बात का प्रमाण है कि कृषि में नवाचार से किसी भी क्षेत्र की तक़दीर बदल सकती है।