India News Haryana (इंडिया न्यूज), Hooda Targeted BJP Government : नई सरकार भी पिछली भाजपा सरकार की तरह किसानों को ना खाद दे पाई और ना ही एमएसपी। इतना ही नहीं सदन में सरकार कांग्रेस के सवालों का संतोषजनक जवाब भी नहीं दे पाई। सरकार ने खाद की उपलब्धता पर भी गुमराह किया। वक्त बातें प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जिस तरह पूत के पांव पालने में ही दिखने लग जाते हैं, उसी तरह भाजपा की सरकार की विफलताएं भी शुरुआत में ही उजागर हो गई हैं। नई सरकार भी पिछली भाजपा सरकार की तरह किसानों को ना खाद दे पाई और ना ही एमएसपी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया और जमकर भड़ास निकाली।
हुड्डा ने कहा कि सरकार सदन में कांग्रेस के सवालों का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। इतना ही नहीं, सरकार ने खाद की उपलब्धता पर भी गुमराह किया। सरकार ने कहा खाद की कोई किल्लत नहीं है, जबकि पूरे हरियाणा में खाद ना मिलने किसानों में त्राहि मची हुई है। अब तक के इतिहास में ऐसा सिर्फ भाजपा के राज में हुआ है। आलम यह है कि थानों के भीतर और पुलिस सुरक्षा में खाद बांटनी पड़ रही है। हर बार किसानों को बुवाई का सीजन जाने के बाद खाद दी जाती है, इसके चलते उत्पादन में भारी घाटा होता है।
हुड्डा ने भाजपा सरकार को उसका चुनावी वादे याद दिलाते हुए कहा कि भाजपा ने धान का 3100 रेट देने का वादा किया था, लेकिन हकीकत यह है कि सरकार बनने पर भाजपा ने किसानों को एमएसपी तक नहीं दी। उन्हें 200 से 400 रुपए कम रेट पर अपनी फसल बेचनी पड़ी। इसी तरह बीजेपी ने महिलाओं को 2100 रुपए हर महीने देने का वादा किया था। लेकिन सरकार ने अब तक अपना कोई वादा पूरा नहीं किया। कौशल निगम कर्मियों को लेकर भी सरकार ने संतोषजनक नीति नहीं बनाई। इस नीति से स्पष्ट हो गया कि भाजपा पूरी तरह आरक्षण और मेरिट विरोधी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव में दो लाख नौकरियां देने का ऐलान किया था, लेकिन अब बीजेपी इस पर चर्चा को तैयार नहीं है और ना ही उसने नई भर्तियों की कोई प्रक्रिया शुरू की है। मौजूदा सरकार के आंकड़े बताते हैं कि आज हरियाणा की 70 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे पहुंच गई है। भाजपा हरियाणा को गरीब बनाने को ही उपलब्धि की तरह पेश कर रही है।
हुड्डा ने आगे कहा कि कांग्रेस के आरोपों पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने अपनी मुहर लगाते हुए स्पष्ट किया कि भाजपा ने प्रदेश को साढ़े चार लाख करोड़ रुपए के कर्ज तले दबा दिया है। आज प्रदेश पर 4.51 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्जा है। बढ़ते कर्ज व घटती विकास दर से स्पष्ट है कि भाजपा ने हरियाणा की अर्थव्यवस्था का भट्ठा गोल कर दिया। केंद्र व राज्य का कुल मिलाकर हरेक हरियाणवी, यहां तक कि पैदा होने वाले बच्चे के सिर पर भी 2,28,530 रुपए का कर्जा है।