India News Haryana (इंडिया न्यूज), Winter Health: सर्दी का मौसम आते ही कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं सामने आ सकती हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है। ठंड के मौसम में विभिन्न बैक्टीरिया और वायरस सक्रिय हो जाते हैं, जो शरीर के लिए खतरे का कारण बन सकते हैं। इस मौसम में विशेष रूप से सांस की बीमारियां, हृदय रोग और अन्य जानलेवा समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए, इनसे बचने के लिए हमें सतर्क रहने की जरूरत होती है। सर्दी में अक्सर कुछ खास बीमारियों का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है, जो अगर सही समय पर इलाज न किया जाए तो गंभीर हो सकती हैं।
ठंड के मौसम में निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। यह फेफड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारी है, जो अगर समय पर इलाज न मिले तो जानलेवा हो सकती है। सर्दी, वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों में इसकी चपेट में आने की संभावना ज्यादा रहती है, इसलिए इसके लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
सर्दी में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा अधिक होता है। ठंड के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्त संचार में रुकावट आ सकती है। इस कारण से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इनसे बचने के लिए हमें अधिक सचेत रहने की जरूरत होती है और गर्म रहने के साथ-साथ संतुलित आहार पर ध्यान देना चाहिए।
सर्दियों में अस्थमा के मरीजों को ज्यादा दिक्कत हो सकती है। ठंडी हवा से अस्थमा के दौरे पड़ सकते हैं, जिससे सांस लेने में परेशानी होती है। अस्थमा के मरीजों को इस दौरान खास ध्यान रखने की आवश्यकता है। नियमित दवाइयां लेना और ठंडी हवा से बचना इस बीमारी से निपटने में मदद कर सकता है।
सर्दियों में भी डेंगू के मच्छर सक्रिय रह सकते हैं। हालांकि, डेंगू का सबसे बड़ा खतरा मानसून के बाद रहता है, लेकिन सर्दी में भी मच्छरों की सक्रियता बढ़ सकती है। अगर डेंगू का सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह प्लेटलेट्स की कमी के कारण गंभीर ब्लीडिंग और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
इन खतरों से बचने के लिए हमें अपनी सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। ठंड में घर के अंदर और बाहर दोनों जगह पर सावधानी बरतें, पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें, स्वस्थ आहार लें और नियमित रूप से व्यायाम करें ताकि आपका इम्यून सिस्टम मजबूत रहे।