India News Haryana (इंडिया न्यूज), Indian Railway: अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर अवैध वसूली के मामले में चार बुकिंग क्लर्कों को बर्खास्त कर दिया गया है। इन क्लर्कों ने यात्रियों से अवैध रूप से पैसे वसूलने की बात कबूल की है, और विभागीय जांच में यह भी सामने आया कि उनकी वसूली का हिस्सा पुलिस तक पहुंचता था। विजिलेंस द्वारा की गई जांच के बाद इन क्लर्कों का तबादला अनरिजर्व्ड टिकटिंग सिस्टम (यूटीएस) से रिजर्वेशन इन्क्वायरी डेस्क पर कर दिया गया है।
यह मामला तब सामने आया जब यह मामला मीडिया में सामने आया। रेलवे के उच्चाधिकारियों ने मामले की गंभीरता को समझते हुए कड़ी कार्रवाई की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वसूली के खेल में पुलिस का भी हाथ था, जिससे यह खेल लंबे समय से चल रहा था। अब मेजर चार्जशीट की जांच के बाद इन कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय सजा तय की जाएगी।
इसी बीच, कालका से दिल्ली के बीच दौड़ने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में ड्यूटी से गायब एक बड़े रेलवे यूनियन नेता को भी दंडित किया गया है। उस नेता को दो पदों पर डिमोट कर दिया गया है। विजिलेंस जांच में यह खुलासा हुआ कि उसने अधूरी ड्यूटी पर साइन किए थे, जबकि वह खुद ट्रेन में मौजूद नहीं था।
इसके अतिरिक्त, उत्तर रेलवे की विजिलेंस टीम ने चंडीगढ़ के दो डाकघरों में छापेमारी कर छह अवैध टिकटों को जब्त किया। ये टिकट पहले से ही बनाए गए थे, लेकिन इनमें कोई यात्री नहीं था। यह कार्रवाई रेलवे के सिस्टम में सुधार और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है।