India News Haryana (इंडिया न्यूज), Grap 4 in Haryana: देश की राजधानी दिल्ली और उसके आस-पास के जिलों में बढ़ते प्रदूषण के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार और प्रशासन द्वारा कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इसी दिशा में पानीपत प्रशासन ने एक और अहम निर्णय लिया है। पानीपत के जिलाधिकारी, डॉ. वीरेंद्र कुमार दहिया ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए ग्रेप फोर (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) की पाबंदियों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी ने इन पाबंदियों का उल्लंघन किया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि जिले की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को सुधारने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। इसके अलावा, जिलाधिकारी ने निर्माण कार्यों और तोड़फोड़ की गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से बंद करवा दिया है। कूड़ा जलाने पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है और कोयले से चलने वाले तंदूरों का उपयोग भी निषेध किया गया है। साथ ही, धूल और धुएं से वातावरण को प्रदूषित करने वाले किसी भी कार्य पर भी रोक लगाई गई है।
पानीपत में कोयला संचालित औद्योगिक इकाइयों को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। प्रदूषण की स्थिति पर नजर रखने के लिए फ्लाइंग टीमें गठित की गई हैं, जो जिले भर में निगरानी रखेंगी। एसडीएम को भी अपने क्षेत्रों में इस पर ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है।
इसके अलावा, जिले के नागरिकों को सूचनाएं देने के लिए एक टोल-फ्री नंबर 0180-2653850 जारी किया गया है, साथ ही 311 और समीर ऐप के माध्यम से भी शिकायतें दर्ज की जा सकती हैं। पानीपत प्रशासन प्रदूषण के इस संकट से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसे कम करने के लिए लगातार कदम उठा रहा है।