India News Haryana (इंडिया न्यूज), Office Rule: चीन के जियांग्सू प्रांत के झांग नामक व्यक्ति को अपनी दो दशक पुरानी नौकरी से एक छोटी सी गलती के कारण बर्खास्त किया गया। वह एक केमिकल कंपनी में विभाग के प्रमुख के रूप में काम कर रहे थे, लेकिन एक रात देर तक काम करने के बाद ऑफिस डेस्क पर झपकी ले ली। यह झपकी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसके बाद कंपनी ने उसे “शून्य-सहिष्णुता नीति” का हवाला देते हुए बर्खास्त कर दिया।
झांग, जो 20 साल से कंपनी के प्रति वफादारी निभा रहे थे, उन्होंने इस फैसले को अन्यायपूर्ण मानते हुए अदालत का रुख किया। उन्होंने तर्क दिया कि इतनी लंबी सेवा के बावजूद उन्हें बर्खास्त करना अनुचित था, खासकर तब जब इससे कंपनी को कोई महत्वपूर्ण नुकसान नहीं हुआ। अदालत ने उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि नियोक्ता के पास अपनी नीतियों को लागू करने का अधिकार है, लेकिन बर्खास्तगी के लिए कोई गंभीर नुकसान साबित करना आवश्यक है।
अदालत ने यह भी माना कि कार्यस्थल पर सोना नियमों का उल्लंघन हो सकता है, लेकिन इससे कंपनी को कोई महत्वपूर्ण वित्तीय नुकसान नहीं हुआ। इसके बाद, झांग को उसकी लम्बी सेवा और नियोक्ता की नीति का अनुपातिक पालन न करने के बावजूद, 350,000 युआन (₹40.78 लाख) का मुआवजा देने का आदेश दिया।
यह मामला न केवल कार्यस्थल की नीतियों और कर्मचारियों के अधिकारों के बीच संतुलन की जरूरत को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि न्यायालय कर्मचारियों की दीर्घकालिक सेवा को महत्व देता है और हर गलती को निष्कासन का कारण नहीं मानता।