India News Haryana (इंडिया न्यूज), One Crore Fraud : पानीपत के थाना सनौली पुलिस ने केस खत्म करवाने के नाम पर 1 करोड़ की ठगी करने की शिकायत मिलने पर काबड़ी निवासी आरोपी नेमपाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। आरोपी नेमपाल दुष्कर्म के मामले में समझौता करवाने के नाम पर 45 लाख रुपए की जबरन वसूली करने मामले में पानीपत जेल में बंद है। जिला पुलिस ने आरोपी को गत दिनों गिरफ्तार किया था।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने धोखाधड़ी से पैसे हड़पने के एक और मामले का बुधवार को खुलासा किया। उन्होंने बताया कि छाजपुर खुर्द गांव निवासी राजेंद्र पुत्र सहीराम ने गत दिनों पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत देकर बताया था कि उसके बेटे अंकुश, भाई जोगिंद्र व परिवार के जगदीश पुत्र देवीसिंह, तेजपाल पुत्र नरसिंह, दीपक उर्फ हजारी पुत्र सुरेश को एक मामले में सजा हो गई थी। पांचों पानीपत जेल में बंद थे। काबड़ी गांव निवासी नेमपाल भी किसी अन्य मामले में जेल में बंद था। उक्त पांचों का जेल में नेमपाल से मिलना जुलना हो गया।
नेमपाल अक्तूबर 2023 में जमानत पर जेल से बाहर आ गया। उसने जेल में उनसे कहा की उसकी काफी जान पहचान है। वह उन सभी का माननीय उच्च न्यायालय से पहली व दूसरी तारीख पर ही काम करवा देगा। जिसकी एवज में 20 लाख रुपये प्रति व्यक्ति लगेंगे। वह जेल पर बेटे भाई व परिवार के अन्य सदस्यों से मिलने के लिए गया तो उन्होंने सारी बातें उसको बताई और कहा नेमपाल अपने केस में बरी होकर बाहर आया है। वह हम सभी की मदद करेंगा। इसके बाद वह नेमपाल से मिला तो उसने माननीय उच्च न्यायालय से पांचों को बरी करवाने का झूठा दिलासा दिया। 21 नवम्बर 2023 को नेमपाल अपने लड़के अरुण उर्फ काला उर्फ रंगा के साथ गाड़ी में छाजपुर खुर्द गांव में आया और उनसे 60 लाख रुपए ले गया।
2 व 4 दिसंबर 2023 को नेमपाल जगदीश व देवी सिंह को बरी करवाने के उनके रिश्तेदारों से सेक्टर 12 में मिलकर 40 लाख रुपये ले गया। एक साल से ऊपर का समय हो गया। आरोपी नेमपाल काम होने का झूठा दिलासा दे रहा है। बाद में उन्होंने खुद माननीय उच्च न्यायालय से अंकुश, जगदीश, तेजपाल व दीपक की बेल करवाई। काम न होने पर वह सभी नेमपाल से मिले और अपने पैसे मांगे। नेमपाल ने पहले 5 नवंबर को पैसे वापिस देने की बात कही। बाद में वह आगे से आगे तारीख देता रहा। पैसे न होने की एवज में आरोपी ने यूपी के शामली जिला के दधेडा गांव में अपनी जमीन उनके नाम करवाने की भी बात कही। इसके बाद आरोपी पैसे मांगने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी देने लगा।
18 नवंबर को उसने नेमपाल को फोन किया तो कहने लगा उसके साथ कोई लफड़ा हो गया है। 15-20 दिन और रुकना पड़ेगा उसके बाद बैठकर सब निपटा दूंगा। आरोपी नेमपाल ने अपने अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर केस खत्म करवाने के नाम पर उनसे 1 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। जांच के लिए शिकायत थाना सनौली में भेजी गई।
जांच के बाद 26 नवंबर को थाना सनौली में आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 406,420 के तहत अभियोग दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई। पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने कहा कि जिला में इस प्रकार की वारदातों को किसी भी रूप में सहन नहीं किया जाएगा। किसी के साथ समझौता करवाने के नाम पर जबरन वसूली या इस प्रकार से ठगी की जा रही है तो वह नि:संकोच पुलिस को बताए। आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।