India News Haryana (इंडिया न्यूज), Stubble Burning: जींद जिले में इस बार पराली जलाने के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। प्रशासन की तरफ से किसानों को जागरूक करने के बावजूद, 2024 के सीजन में कुल 218 स्थानों पर पराली जलाने की घटनाएं सामने आई हैं। इनमें से 163 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और उनसे 3.45 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है। इसके अलावा, पराली जलाने से 208 एकड़ भूमि प्रभावित हुई है।
पिछले साल 2023 में पराली जलाने के 335 मामले सामने आए थे, जबकि इस साल 2024 में यह आंकड़ा कम हुआ है, लेकिन फिर भी यह चिंता का विषय बना हुआ है। जींद जिले के नरवाना इलाके में पराली जलाने की घटनाएं सबसे ज्यादा सामने आई हैं। यहां 87 स्थानों पर पराली में आग लगाई गई। इसके अलावा जींद शहर में 31, सफीदो में 28, जुलाना में 21, पीलू खेड़ा में 14, अलेवा में 16 और उचाना में 15 घटनाएं दर्ज की गई हैं।
कृषि विभाग के क्वालिटी कंट्रोल अधिकारी नरेंद्र पाल ने बताया कि इस बार 218 घटनाओं के बाद 163 किसानों को ‘रेड इंट्री’ में डाला गया है, जिसका मतलब है कि इन किसानों को अगले दो साल तक अपनी फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) नहीं मिलेगा।
इस मामले में प्रशासन की सख्त कार्रवाई से किसानों में डर का माहौल पैदा हो गया है। वहीं, कृषि विभाग की कोशिश है कि इस पराली जलाने की समस्या को हल किया जाए ताकि पर्यावरण और खेती दोनों को नुकसान न हो।