शिमला में हो रही भारी बर्फबारी से यातायात ठप
ऊपरी शिमला, किन्नौर, लाहौल-कुल्लू जिलों समेत सभी ऊंचे स्थानों पर हो रही बर्फबारी
लोकिन्दर बेक्टा, शिमला।
हिमाचल प्रदेश (HP) में शनिवार शाम से हो रही भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रदेश की राजधानी शिमला समेत सभी ऊंचे स्थानों पर हो रही भारी बर्फबारी (HP Snowfall) के चलते राज्य में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है। बर्फबारी से राजधानी में ही वाहनों के पहिए थमे हुए हैं और ऊपरी शिमला समेत कई जिलों में यातायात बंद है। वहीं, बर्फबारी के कारण बिजली की सप्लाई भी बाधित हुई है और कई ग्रामीण इलाके अंधेरे में डूबे हुए हैं। बर्फबारी के कारण पांच एनएच समेत 731 सड़कों पर यातायात बाधित है। वहीं, बिजली के 1572 ट्रांसफार्मर भी बंद हो गए हैं।
प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चंबा के पांगी भरमौर के अलावा शिमला जिला, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा, सोलन व सिरमौर जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है। राजधानी शिमला में सभी सड़कों पर यातायात बाधित रहा। हालांकि कुछ हलके और फोर बाई फोर वाहन जरूर चल रहे थे। वहीं, राजधानी में बर्फ हटाने के लिए सुबह से ही मशीनें लग गई थी और कई मार्गों से बर्फ भी हटाई गई थी, लेकिन बर्फबारी जारी रहने से फिसलन बढ़ी है। इस कारण लोगों को पैदल की आना-जाना पड़ा है। हालांकि छुट्टी के कारण अधिकांश लोग घरों में ही दुबके थे और वे ही बाहर निकले, जिन्हें आवश्यक कार्यों के चलते जाना हुआ।
उधर, शिमला के ऊपरी शिमला के प्रमुख स्थलों के लिए जाने वाले मार्गों पर भी मशीनों की मदद से सड़कों को खोलने के काम बर्फबारी के बीच जारी रहा। शिमला से मशोबरा, शिमला से कुफरी-फागू, नारकंडा, खड़ापत्थर, खिड़की आदि स्थानों के मुख्य मार्गों को खोलने में मशीनें लगी थी। वहीं, डीसी शिमला आदित्य नेगी भी सुबह ही मोर्चे पर डट गए थे और वे खुद सड़कों की बहाली के कार्य को देख रहे थे। उधर, मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान भी राज्य में कई स्थानों पर बारिश व बर्फबारी हो सकती है।
प्रदेश में भारी बर्फबारी का दौर रविवार भी जारी रहा। राज्य के अधिकांश ऊंचे स्थानों पर भारी हिमपात हुआ है। बीते 24 घंटों के दौरान कुफरी में 62 सेंमी., खदराला में 56, शिलारू में 38, चौपाल में 31, छतराड़ी व भरमौर में 30ं-30 सेंमी. और कल्पा व शिमला में 18-18 सेंमी. बर्फबारी दर्ज की गई है। राजधानी की जाखू चोटी पर डेढ़ फीट से ज्यादा बर्फबारी हुई है। जाखू समेत शहर का ऐतिहासिक रिज मैदान, माल रोड, संजौली, ढली इत्यादि उपनगरों में बर्फ की सफेद चादर बिछी है। शिमला में रविवार को शाम तक एक फीट से अधिक बर्फ गिरी है। उधर, रोहतांग टॉप पर एक फीट ताजा हिमपात हुआ है। कोकसर में दो फीट, समदो में डेढ़ फीट, पराशर लेक में एक फीट, शिकारी माता में डेढ़ फीट, कमरु नाग में एक फीट, रोहतांग में एक फीट और हरिपुरधार में दो फीट ताजा हिमपात हुआ है। वहीं, बारिश की बात करें तो नाहन में 77 मिमी., जटौन बैराज में 53, बरठीं में 48, रेणुका में 44, नैना देवी जी में 42, ऊना में 41, कसौली में 40, बिलासपुर व राजगढ़ में 36-36 मिमी., काहू, आरएल व भराड़ी में 35-35 मिमी., अघर में 34, मैहरे व सुजानपुर टीहरा में 33-33 मिमी., बलद्वाड़ा व पांवटा साहिब में 32-32 मिमी. बारिश हुई है।
प्रदेश में भारी बर्फबारी से 731 मार्ग अवरुद्ध हुए हैं। इनमें शिमला जिले में 289, लाहौल-स्पीति में 181, चंबा में 93, मंडी में 54, किन्नौर में 50, कुल्लू में 41, सिरमौर में 16 और सोलन जिले में 7 मार्ग बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हुए हैं। वहीं, राज्य में कई स्थानों पर बिजली भी गुल हुई है। राज्य में 1572 ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं। इस कारण ग्रामीण इलाकों में बिजली सप्लाई बाधित हुई है। सबसे ज्यादा ट्रांसफार्मर शिमला जिले में 744 ठप हुए हैं। वहीं, चंबा जिले में 351, सिरमौर जिले में 302, सोलन में 130 शामिल हैं। बर्फबारी के कारण राज्यभर में 107 पेयजल योजनाएं भी ठप हुई हैं। इनमें से अधिकतर बिजली सप्लाई बाधित होने से ठप पड़ी है।
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