India News Haryana (इंडिया न्यूज), ‘Bollywood Star Dharmendra’ : बॉलीवुड के हीमैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र का आज 89वां जन्मदिन है। हालांकि देश-विदेश में उनके चाहने वालों की संख्या कोई कम नहीं है, लेकिन हरियाणा के सोनीपत में बॉलीवुड स्टार धर्मेंद्र का एक अनोखा फैन है और अकेला वही नहीं उसके साथी भी धर्मेंद्र को शिद्दत से चाहते हैं। उनके फैंस द्वारा एक अनोखी मुहिम की शुरुआत की गई है। बॉलीवुड स्टार धर्मेंद्र के जन्मदिन पर उनकी लंबी आयु के लिए हवन यज्ञ किया गया और सभी फैंस ने मिलकर उनका केक भी काटा है।
उनके फैन जी हां, पुरखास अड्डे पर स्थित एक के साधारण पेंटर की दीवानगी उसके घर में और दुकान के हर कोनों में दिखाई देती है। यहां तक की अपनी दुकान और घर के मंदिर में धर्मेंद्र की फोटो लगाकर पूजा करते हैं। अब एक अनूठी मुहिम के साथ आज धर्मेंद्र को दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए एक मिशन की शुरुआत की है। पेंटर धर्मेंद्र गांव-शहर और राज्यों में जाकर दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए लोगों को जोड़कर अपील करेंगे। वहीं हरियाणा के पानीपत में कल प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में भी पहुंच कर एक ज्ञापन के माध्यम से दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए उनके फैन अपील करेंगे।
पेंटर धर्मेंद्र के अनुसार छोटी सी उम्र से ही धर्मेंद्र के मुरीद बन पेंटर धर्मेंद्र उर्फ विनोद की ऐसी दीवानगी है कि उन्होंने अपनी दुकान में करीब 350 से ज्यादा फिल्मी पोस्टर का एक संग्रह अपनी दुकान की दीवारों पर चिपका रखा है। इतना ही नहीं वह अपनी दुकान की छत पर भी उनकी सभी फिल्मों के नाम लिखकर चिपकाए हुए हैं। धर्मेंद्र उर्फ विनोद बताते हैं कि उन्होंने सभी फिल्में देखी हुई है। और उनका यह भी दावा है कि सभी फिल्मों के उनके अभिनय से रूबरू है।
बॉलीवुड स्टार धर्मेंद्र लोगों के दिलों पर आज भी राज करते हैं। लेकिन सोनीपत के पुरखास अड्डे पर एक छोटा सा पेंटर धर्मेंद्र उर्फ विनोद जहां अपने मंदिर में अपने देवी देवताओं के फोटो के साथ धर्मेंद्र का फोटो भी लगा कर रखे हुए हैं और भी धर्मेंद्र को अपना भगवान मानते हैं। प्रतिदिन उसकी पूजा भी करते हैं। बॉलीवुड स्टार के प्रति उनकी दीवानगी इतनी ज्यादा है कि साल 2014 में मुंबई में उनके आवास पर मिलने के लिए गए हुए थे। इस दौरान ने बॉलीवुड स्टार धर्मेंद्र ने ही उनके बेटे का नामकरण कर हिमेन्द्र रखा था। और वही उनकी सभी फिल्मों के नाम एक कविता के रूप में क्रमबद्ध तरीके से लिखे हुए हैं।जिनको देखकर धर्मेंद्र भी उनके मुरीद हो गए थे।