India News Haryana (इंडिया न्यूज), Farmers Protest: हरियाणा में तीन दिन से किसान आंदोलन शांत था। उसके पीछे का कारण ये था कि कई किसान घायल हो चुके थे तो वहीँ किसान नेता डल्लेवाल की हालत काफी नाजुक थी। जिसकी वजह से किसानों ने अपने कदम 3 दिनों के लिए पीछे ले लिए थे। वहीँ खनौरी के बाद बुधवार को शंभू बॉर्डर पर किसानों ने 16 दिन से आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से समर्थन में भूख हड़ताल भी की और प्रार्थना दिवस मनाया। हैरानी की बात ये है कि इस अनशन के दौरान न गांवों से कोई लंगर आया और न ही किसी के आँगन में चूल्हा जला।
जैसे प्रशासन का ध्यान किसानों की तरफ गया तो उन्होंने इस दौरान बॉर्डर पर और भी ज्यादा कड़े इंतजाम कर दिए। फिलहाल, दिल्ली कूच के लिए अड़े किसानों का संघर्ष दो दिन से शांत है। इसका फायदा उठाते हुए हरियाणा पुलिस ने अपनी बैरिकेडिंग और भी मजबूत कर ली है। वहीँ किसान बैरिकेडिंग पर पड़ी टीन की छत से होकर आगे न बढ़ जाएं, इसके लिए अब ऊपर लोहे की एंगल लगा दी गई है।
वहीँ किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 101 मर्जीवाड़े किसानों का जत्था अब 14 दिसंबर को दिल्ली की तरफ कूच करेगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ केंद्र सरकार की होगी। हमने तीन दिन का केंद्र सरकार को और समय दिया है, परंतु अभी तक सरकार की तरफ से कोई संदेश नहीं आया है। इससे यही लगता है कि केंद्र सरकार किसानों से बात नहीं करना चाहती। अब देखना ये है कि सरकार किसानों को किस तरह रोकने के प्रयास करेगी।
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