India News Haryana (इंडिया न्यूज), Piet College Panipat : पांच किलो टमाटर लगाने के लिए जितनी जगह होती है, उतनी ही जगह पर 100 किलो टमाटर लगाया जा सकता है। टमाटर ही नहीं, अन्य फसलों का भी कम जगह में बीस गुना अधिक उत्पादन किया जा सकता है। एयरोपोनिक टावर के माध्यम से पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (पाइट) के छात्र-छात्राओं ने यह संभव कर दिखाया है।
एयरोपोनिक टावर में मिट्टी की जरूरत नहीं होती। छात्रों के इस प्रोजेक्ट को कोल्हापुर में नेशनल स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के ग्रैंड फिनाले में पहला पुरस्कार मिला है। एक लाख की राशि पुरस्कार स्वरूप दी गई है। सभी छात्र-छात्राओं का कॉलेज में पहुंचने पर सम्मान और स्वागत किया गया। पाइट के वाइस चेयरमैन राकेश तायल ने बताया कि बीटेक की टीम सोर्सरर्स यानी जादूगर ने अपने नाम के अनुरूप ही प्रोजेक्ट बनाया है। हमारे पास जमीन सीमित है। इन छात्रों ने विकल्प देते हुए एक टावर बनाया है, जिस पर आप थोड़ी-थोड़ी ऊंचाई पर फसल लगा सकते हैं।
खास बात ये है कि ये टावर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा साइंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आइओटी) पर काम करता है। यानी, पौधे को जब पानी की जरूरत होगी, उस समय ऑटोमेटिक उसे पानी मिल जाएगा। यहां तक की किसान को डाटा साइंस के माध्यम से पता चल जाएगा कि बाजार में किसकी ज्यादा मांग है। टावर से कई किलोमीटर दूर रहकर भी फसल पर नियंत्रण कर सकता है। फसल को कितना न्यूट्रीशियन चाहिए, सब ऑटोमेटिक पता चल जाएगा। टावर खुद ही काम कर लेगा। भविष्य की खेती में यह टावर क्रांतिकारी साबित हो सकता है।
पाइट के सचिव सुरेश तायल ने बताया कि यह प्रोजेक्ट पाइट की आइडिया लैब में बनाया है। बीटेक के एकलव्य, उन्नति, वंश, अक्षित, अर्पिता, लविश व उज्जवल की टीम ने इस पर काम किया है। डॉ.अंजू गांधी एवं डॉ.सुनील ढुल ने इस प्रोजेक्ट में मार्गदर्शक की भूमिका निभाई। आइडिया लैब गुरु अंकुर व निखिल ने भी सहयोग किया।
निदेशक डॉ.शक्ति कुमार ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय एवं एआइसीटीई ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का ग्रैंड फिनाले आयोजित किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुभारंभ किया था। पाइट की तीन टीमें देश के अलग-अलग राज्यों में पहुंची थीं। इसके अलावा हरियाणा में पाइट को नोडल सेंटर बनाया गया था। सम्मान कार्यक्रम में चेयरमैन हरिओम तायल, बोर्ड सदस्य शुभम तायल, डीन डॉ.जेएस सैनी, रजिस्ट्रार डॉ.मनोज अरोड़ा, डॉ.पूनम जागलान मौजूद रही।