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Charkhi-Dadri: हरियाणा का ऐसा गांव, जहां लोग घर में ही दफनाते हैं शव, जानिए क्यों?

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India News Haryana (इंडिया न्यूज), Charkhi-Dadri: क्या आपने कभी ऐसा सूना है कि लोग घर में ही शवों को दफना देते हैं। अगर नहीं! तो आज ये खबर इसी से जुड़ी है। दरअसल, हरियाणा के चरखी दादरी के गांव गुडाना में कोई कब्रिस्तान ना होने के कारण यहां लोग घरों में ही शव दफना देते हैं। इसका मुख्य कारण ये है कि यहाँ जमीन मिलना मुश्किल होता है। जमीन ना मिलने की वजह से ही पीड़ित परिजनों को घर के परिसर में ही शव दफनाने पड़ते हैं। वहीँ इसके कारण इलाके के कुछ लोग डरे रहते हैं और उनके घर में जाते भी नहीं हैं जिनके घरों में शव दफ़न हैं।

  • लापरवाही की हदें पार
  • इलाके में बना है डर का माहौल

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लापरवाही की हदें पार

कई सालों से कब्रिस्तान की जमीन नहीं होने के लिए गाँव के लोग अधिकारी से लेकर मंत्री तक से मिल चुके हैं कब्रिस्तान बनवाने की अपील भी कर चुके हैं। इसके बाद भी आश्वासन के अलावा कोई समाधान नहीं मिला है। अब मुस्लिम समाज के लोगों ने परिवार में किसी का निधन होने पर अधिकारियों के द्वार पर शव रखकर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। अब वो अपनी इस मांग को लेकर आक्रोशित होते हुए नजर आ रहे हैं।

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इलाके में बना है डर का माहौल

दरअसल झोझू कलां ब्लाक के गांव गुडाना में मुस्लिम समाज के लगभग 50 परिवार रह रहे हैं। मुस्लिम समाज का कब्रिस्तान नहीं होने के कारण बस्ती में उनके घर परिसर में ही शवों का दफनाया जा रहा है। बस्ती में कब्रों के बीच रहना इन लोगों के लिए आम बात हो गई है। यहां के लोगों का कहना है कि पंचायत के पास कब्रिस्तान के लिए जगह नहीं है और श्मशान घाट भी दूसरे गांव की जमीन पर है। ऐसे में वे अपने घर परिसर में ही शवों को दफनाने पर मजबूर हैं। ऐसे में जहां उनको घर में खाना खाते समय भी डर लगता है. वहीं आसपास के लोग भी उनके घरों में आने से डरने लगे हैं।

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