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Sonipat Police Action in 2024 : वर्षभर में 113 शिकायतों पर 110 एफआईआर दर्ज, 65 सुलझाई, 41.27% का निपटारा

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  • साइबर थाने में 11 पुलिसकर्मी तैनात, प्रति कर्मचारी अरेस्टिंग में सोनीपत पुलिस प्रदेश में पहले स्थान पर रही

  • जिले 15,30,70,993 रुपये का फ्राड, 6,31,86,546 रुपये (41.27 प्रतिशत) राशि रिकवर की जा चुकी

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Sonipat Police Action in 2024 : साइबर अपराधी लोगों को झांसे में लेकर उनकी जीवनभर की पूंजी ठग रहे हैं और जागरुकता के अभाव में रोजाना लोग साइबर अपराधियों का शिकार बन रहे हैं। अधिकतर लोगों को पता नहीं कि साइबर ठग किन तरीकों से लोगों को झांसा देकर उन्हें फंसाते हैं और फ्राड होने के बाद हेल्प लाइन नंबर 1930 पर काल कर शिकायत करनी है। वहीं सोनीपत के लोगों ने फ्राड होने के तुरंत बाद हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दी जिस पर पुलिस ने ठगी गई राशि को ठगों के पास पहुंचने से पहले ही बैंक खातों में फ्रिज कराया और सालभर में 300 से अधिक अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। साइबर थाने में 11 कर्मचारी तैनात है, प्रति कर्मचारी साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी में सोनीपत पुलिस प्रदेश में अव्वल है।

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साइबर अपराधी रोजाना नए-नए तरीकों से लोगों की खून-पसीने की कमाई को हड़प रहे हैं। जागरुकता के अभाव में अपराधी डिजिटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग सिखाने, गैस कनेक्शन काटने के तरीके हुए पुराने, बिजली बिल न भरने, आनलाइन राशि जमा कराने, इंश्योरेंस किस्त जमा कराने, केवाइसी और अब युवाओं को नौकरी के नाम झांसा देकर ठगी कर रहे हैं। साइबर ठग एक तरीके को लेकर अधिक समय तक ठगी नहीं करते क्योंकि काफी लोगों से ठगी होने पर लोग जागरूक हो जाते हैं और उनके झांसे में नहीं आते, इसलिए वे समय-समय पर अपना तरीका बदलते रहते हैं।पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है लेकिन ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।रोजाना वारदात रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।

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Sonipat Police Action in 2024 : हेल्पलाइन नंबर है कारगर

साइबर थाना प्रभारी बसंत कुमार ने बताया कि साइबर फ्राड से बचने के लिए हमें अपना डाटा बचाना है। इंटरनेट मीडिया पर बैंक खाते से जुड़ा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर हर किसी को देने से बचना चाहिए। वहीं इंटरनेट मीडिया पर अपनी निजी तस्वीरें व जानकारी शेयर न करें। इसके साथ ही किसी भी स्थिति में ओटीपी शेयर न करें। किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। फ्राड होने की स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें। फ्राड होने के बाद 20 मिनट सबसे महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि ठग इसी दौरान ठगा गया रुपया अपने खातों में ट्रांसफर करते हैं। समय पर सूचना देकर इस राशि को खातों में फ्रिज कराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि लोगों ने समय रहते फ्राड की सूचना दी तभी पुलिस ने साइबर अपराधियों के बड़े गिरोह के 300 ठगों को गिरफ्तार किया है।

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सबसे बड़े फ्राड में ठगों के नजदीक पहुंची पुलिस

साइबर ठगों ने रिटायर्ड अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ 78 लाख रुपये से अधिक की राशि ठग ली थी। इस मामले में पुलिस ठगों के पास पहुंच गई है। साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि सोनीपत साइबर पुलिस अब तक बड़े फ्राड में बड़ी राशि बैंक खातों में फ्रिज करवा चुकी है। एफआइआर नंबर 22 में त्वरित कार्रवाई करते हुए 12,74,292, एफआइआर नंबर 29 में 27,86,443 रुपये और मुकदमा नंबर 35 में 37 लाख रुपये बैंक खातों में फ्रिज कराए हैं। यह तभी संभव हो सकता है, जब पीड़ित फ्राड के बाद जल्द से जल्द हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें। वहां पर पीड़ित का नाम, बैंक का नाम और खाता नंबर पूछा जाता है।

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