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Haryana Sanskrit Academy Award सीएम के हाथों सम्मानित हुए डॉ. मुरलीधर शास्त्री

• LAST UPDATED : February 24, 2022

Haryana Sanskrit Academy Award

इंडिया न्यूज, चंडीगढ़।
Haryana Sanskrit Academy Award भिवानी निवासी संस्कृत विद्वान डॉ. मुरलीधर शास्त्री (Dr. Muralidhar Shastri) ने सफलता के क्षेत्र में एक और बड़ा मुकाम हासिल किया। उनको पंचकूला में मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Chief Minister Manohar Lal) के हाथों 2019 विशिष्ट संस्कृत सेवा सम्मान से सम्मानित किया। यह पुरस्कार डॉ. मुरलीधर शास्त्री द्वारा गत 20 वर्षों से संस्कृत के क्षेत्र में प्रचार प्रसार एवं लेखन उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया। डॉ. शास्त्री के 2019 विशिष्ट संस्कृत सेवा सम्मान के लिए चयन भिवानी के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। बता दें कि पंचकूला टैगोर थियेटर में हरियाणा संस्कृत अकादमी का अलंकरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।

डॉ. मुरलीधर बाल्यकाल से ही प्रतिभा संपन्न (Haryana Sanskrit Academy Award)

डॉ. मुरलीधर शास्त्री बाल्यकाल से ही प्रतिभा संपन्न रहे हैं। इन्होंने प्राज्ञ कक्षा पंजाब विश्वविद्यालय से स्वर्णपदक के साथ उत्तीर्ण करके न केवल श्री कृष्ण प्रणामी संस्कृत महाविद्यालय का नाम रोशन किया, अपितु पूरे भिवानी का नाम चमकाया। डॉ. मुरलीधर द्विवेदी ने भिवानी के श्री कृष्ण प्रणामी संस्कृत महाविद्यालय से ही शास्त्री, व्याकरण आचार्य एवं साहित्य आचार्य की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की तथा महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक से एमए संस्कृत कक्षा में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। बाद में इसी विश्वविद्यालय से श्रीमद्भागवत में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की तथा नेट क्वालिफाइड किया। सन 1997 में व्याकरण प्रवक्ता के रूप में श्री कृष्ण प्रणामी संस्कृत महाविद्यालय भिवानी में अध्यापन कार्य सफलतापूर्वक प्रारंभ किया। इस महाविद्यालय में निशुल्क अध्यापन कराते हुए अनेक स्नातक तैयार किए, जोकि आज विभिन्न राजकीय विद्यालयों व महाविद्यालयों में शिक्षक के रूप में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। तत्पश्चात सन 2000 में भिवानी में संस्कृत भारती के राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में संयोजक के रूप में सफल संस्कृत संभाषण शिविर का आयोजन करके महती भूमिका निभाई एवं राष्ट्रीय स्तर पर संस्कृत भाषा के संवर्धन के लिए विद्यालयों, महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों में संस्कृत संगोष्ठी, श्लोकोच्चारण प्रतियोगिता व भाषण प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन करवाया तथा हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशन में लगातार 10 वर्षों से वक्ता, संयोजक, मंच संचालक के रूप में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।

संस्कृत पत्र पत्रिकाओं में 10 शोध पत्र भी प्रकाशित

इसके साथ ही काशी हिंदू विश्वविद्यालय, बनारस तथा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ल, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय तथा जयपुर विश्वविद्यालय में वक्ता के रूप में संस्कृत संवर्धन के लिए अपने व्याख्यान दे चुके हैं। इन्होंने महाराज राधिका दास एवं स्वामी सदानंद तथा मंगलदास अभिनंदन ग्रंथ का सफलता पूर्वक सारगर्भित संपादन किया है। इनके संस्कृत पत्र पत्रिकाओं में 10 शोध पत्र भी प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त विद्यालय, महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय में इन्होंने समय-समय पर संस्कृत संभाषण शिविर का भी आयोजन किया है। गत दो वर्षों से इनके द्वारा आॅनलाइन माध्यम से आयुर्वेद में आहार विज्ञान तथा नई शिक्षा नीति गुरुकुल की व्यवस्था पर व्याख्यान हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में दिए गए हैं।

हरियाणा संस्कृत अकादमी का अलंकरण समारोह

बता दें कि पंचकूला टैगोर थियेटर (Panchkula Tagore Theater) में हरियाणा संस्कृत अकादमी का अलंकरण समारोह आयोजित किया गया भिवानी के डाक्टर मुरलीधर शास्त्री को 2019 विशिष्ट संस्कृत सेवा सम्मान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के द्वारा प्रशस्ति पत्र शॉल ओढ़ाकर एवं एक लाख राशि पुरस्कार प्रदान किया गया। यह पुरस्कार डॉ. मुरलीधर शास्त्री द्वारा गत 20 वर्षों से संस्कृत के क्षेत्र में प्रचार प्रसार एवं लेखन उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया