इंडिया न्यूज, चंडीगढ़।
Martyrdom Day of Bhagat Singh हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Cm Manohar Lal) ने कहा कि आज हमें देश के लिए मर मिटने की जरूरत नहीं है। देश के लिए जीने की जरूरत है और हम सभी को समाज में व्याप्त कुरीतियों व देश विरोधी ताकतों को समाप्त करने के लिए संकल्प लेना होगा। मुख्यमंत्री शहीदी दिवस के अवसर पर सेक्टर-7, पंचकूला में शहीद-ए-आजम भगत सिंह (bhagat singh) के नाम पर बनने वाले सामुदायिक केन्द्र का शिलान्यास करने उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व मनोहर लाल ने शहीद भगत सिंह चौक, सेक्टर 15 स्थित शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, नगर निगम के महापोर कुलभूषण गोयल तथा उपायुक्त महावीर कौशिक भी उपस्थित थे।
मनोहर लाल ने उपस्थित जन समूह से कहा कि हमें क्रांतिकारियों और वीर शहीदों द्वारा दिलाई गई आजादी को अवसर मानकर अपने स्वाभिमान तथा गौरव को कायम रखते हुए आगे बढ़ना होगा तथा समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे नशा, महिलाओं के प्रति अपराध व देश विरोधी ताकतों के खिलाफ लड़ना होगा। मनोहर लाल ने कहा कि हम सभी को अपना सामाजिक दायित्व पहचानते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के अनुरूप आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सरकार एक कदम बढ़ाकर वातावरण तैयार कर सकती है लेकिन लोगों को चार कदम आगे रखकर इसे आगे बढ़ाना होगा, तभी हम इस दिशा में पांच कदम आगे बढ़ सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन लोगों को शहीद भगत सिंह की किसी एक आदत का अनुसरण करते हुए उसे अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह को पढ़ने की आदत थी और जेल के दौरान भी वे कुछ न कुछ पढ़ते रहते थे। इसलिए हमें अपने जीवन में ज्ञान को बढ़ाते रहना चाहिए। मनोहर लाल ने कहा कि हम सभी के पास उर्जा है और उस उर्जा को सही दिशा में उपयोग करने के लिए ज्ञान आवश्यक है।
वर्तमान राज्य सरकार द्वारा शहीदों की याद में उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देश में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत अनेक छोटे-बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। मनोहर लाल ने कहा कि उन्हें यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि इन कार्यक्रमों के आयोजन में हरियाणा पहले नंबर पर है और पिछले एक वर्ष में लगभग 1200 कार्यक्रमों का आयोजन प्रदेश भर में किया गया है। उन्होंने कहा कि हम एक स्वच्छ, सशक्त और खुशहाल समाज की कल्पना के साथ आगे बढ रहे हैं और इसी दिशा में राज्य सरकार ने अंत्योदय को मूल मानकर वर्ष 2022-23 का बजट पारित किया है।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस, नेताजी सुभाष चंद्र बौस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा 24 अप्रैल को पानीपत में गुरु तेग बहादुर जी के 400 साला प्रकाश उत्सव मनाने का भी निर्णय लिया गया है। इसी प्रकार, अंबाला में 300 करोड़ रुपए की लागत से आजादी की पहली लड़ाई का शहीद स्मारक तैयार किया जा रहा है। इस अवसर पर मनोहर लाल ने पंजाब के हुसैनीवाला और जलियांवाला से लाई गई मिट्टी से स्वयं को तिलक किया और कहा कि यह मिट्टी नहीं है, यह पवित्रता का संदेश है।
मनोहर लाल ने कहा कि 23 मार्च एक तारीख नहीं है, यह एक कहानी है, शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु एक विचारधारा हैं, एक जज्बा है। भारत वर्ष पूरी दुनिया में मात्र एक ऐसा देश है, जहां ऐसी गौरव गाथाएं सुनने को मिलती हैं। हमारे देश के क्त्रांतिकारियों ने देश को आजादी दिलवाने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। ऐसे ही क्रांतिकारियों में भगत सिंह थे, जिन्होंने देश के प्रति अपने जीवन को समर्पित, त्याग और बलिदान कर दिया और हंसते-हंसते अंग्रेजी हुकूमत से लड़ते हुए फांसी पर झूल गए। उन्होंने कहा कि आज शहीद भगत सिंह की शहादत को 90 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन आने वाली पीढ़ियां शताब्दियों तक उनकी गौरव गाथाओं को याद रखेंगी।
विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सेक्टर 7 में शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर बनने वाले सामुदायिक केन्द्र का निर्माण लगभग सवा 5 करोड़ रुपए की राशि से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचकूला में सभी 18 सामुदायिक केन्द्रों का नाम शहीदों के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया है और इसी कड़ी में सामुदायिक केन्द्र सेक्टर 17 का नाम शहीद लाला लाजपत राय के नाम और सेक्टर 21 सामुदायिक केन्द्र का नाम शहीद चंद्र शेखर आजाद के नाम पर रखा गया है। इसके साथ यह भी निर्णय लिया गया है कि जिले के गांवों में स्थित सामुदायिक केन्द्रों का नाम उसी गांव के किसी एक शहीद के नाम पर रखा जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियां शहीदों के जीवन से प्रेरणा ले सकें। गुप्ता ने कहा कि शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को केवल इस लिए फांसी दे दी गई, क्येंकि उन्होंने देश को आजाद करवाने के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि लाखों क्रांतिकारियों ने देश को आजाद करवाने के लिए हंसते-हंसते अपने जीवन की कुर्बानी दे दी। गुप्ता ने कहा कि आज वे उन वीर सैनिकों को भी सलाम करते हैं जो दिन-रात देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं ताकि हम सब चैन से यहां पर अपना जीवन बसर कर सकें।
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