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These Problems Can Cause These Diseases in Summer : इन प्रॉब्लमस की वजह से हो सकती हैं गर्मियों में ये बीमारियां
इस बार मार्च में ही अप्रैल और मई जैसी गर्मी का असर देखने को मिल रहा है। तेज गर्मी और धूप की वजह से दिल के रोगियों की परेशानी बढ़ सकती है। तो आइए जानते हैं गर्मी में ऐसे कौन-कौन से लक्षण हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
थकान होना
बदलते मौसम के कारण अक्सर लोग जल्दी थक जाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो आप अभी सावधान हो जाइए। इससे आप के हार्ट पर असर पड़ सकता है। असल में कार्डियक अरेस्ट होने की वजह से इंसान के शरीर में खून की मात्रा कम होने लगती है, लेकिन लोग गर्मी की थकान समझकर उसे नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ऐसी गलती न करें बल्कि तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
बेहोश होना
गर्मी के मौसम में अक्सर लोग बेहोश हो जाते हैं, और समझते हैं कि पानी की कमी या तेज धूप के कारण हुआ होगा। आपको बता दें जब नॉर्मल फ्लो में हमारा दिल खून का संचार नहीं कर पाता तो इस स्थिति में बेहोशी की नौबत आ जाती है। ध्यान देने वाली बात ये है कि अगर आपने समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया तो हार्ट अटैक का खतरा भी हो सकता है।
माइग्रेन समस्या
एक्सपर्ट बताते हैं कि बढ़ती गर्मी में माइग्रेन की समस्या बढ़ जाती है। इसकी मुख्य वजह गर्मी नहीं होती। दरअसल इस मौसम में माइग्रेन के मरीजों के दिल पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है और गर्मी के संपर्क में आने से हार्ट को पूरा करने वाली खून की नसों के अंदर थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है। इससे हार्ट अटैक हो सकता है।
बढ़ता हुआ मोटापा
लोग गर्मी के मौसम के टहलते समय जल्दी थक जाते हैं। जल्दी धूप निकलने की वजह से मॉर्निंग वॉक का समय कम कर देते हैं। ऐसे में शरीर में फैट बढ़ने लगता है जो सीधा हार्ट पर असर डालता है। वजन बढ़ने के साथ ही हमारे दिल का आकार भी बड़ा हो जाता है। दिल के आकार के बढ़ जाने से हार्ट अटैक या फिर स्ट्रोक जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि वजन बढ़ने से दिल आठ ग्राम तक भारी हो जाता है, जबकि उसके आकार में 5 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो जाती है।
डिहाइड्रेशन होना
अक्सर लोग डिहाइड्रेशन को पानी की कमी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ये जानलेवा हो सकती है। अधिक गर्मी के दिनों में डिहाइड्रेशन से ग्रस्त लोगों को दिल का दौरा पड़ने की आशंका बहुत अधिक होती है। बहुत अधिक समय तक तेज धूप या गर्मी में रहने पर ब्लड प्रेशर में गिरावट आ जाती है।
क्या करना चाहिए
रोजाना ज्यादा थकान महसूस हो तो नजरअंदाज न करें, डॉक्टर से सलाह लें। अगर कोई बेहोश हो जाए तो उसे पानी, जूस दें और कपड़े ढीले कर दें। सुबह का नाश्ता जरूरी है, अंकुरित अनाज नाश्ते में लें। ठंडे पानी से नहाएं, इससे दिल की बीमारी से भी फायदा मिलेगा। गर्मी में हार्ट के मरीज 6-7 लीटर पानी पिएं।
क्या नहीं करना चाहिए
दिल के मरीज ज्यादा काम करने से बचें। सिर में दर्द हो, जी मिचलाए, चक्कर आए, कमजोरी लगे तो इग्नोर नहीं करना चाहिए। मांसपेशियों में ऐंठन और सांस तेज चले तो घरेलू नुस्खे अपनाने की गलती न करें। त्वचा में ठंडापन व नमी हो तो डॉक्टर से संपर्क करें। नाड़ी के तेज चलने पर डॉक्टर की सलाह ले
योग करने से होता हैं हार्ट अटैक से बचाव
योग करने से सिर्फ मोटापा ही कम नहीं होता बल्कि शरीर का आकार भी सही हो जाता है और हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। दिल के लिए सूर्य नमस्कार को सबसे प्रभावशाली योग माना गया है। यह शरीर के मेटाबोलिज्म की दर को बढ़ाता है। जिससे शरीर से ज्यादा पसीना निकलता है और मोटापा कम हो जाता है।
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