इंडिया न्यूज़, अंबाला : पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद बेशक सरकार ने कानून बनाते हुए यह साफ कर दिया हो कि पंजाब के विधायकों और सांसदों को केवल एक ही पेंशन का लाभ दिया जाएगा, लेकिन हरियाणा में एक ऐसी भी महिला नेत्री हैं, जिन्होंने करीब एक साल पहले ही जनसेवा की भावना रखते हुए मेयर बनने के बाद सभी सरकारी सुविधाएं लेने से इंकार कर दिया था।
हम बात कर रहे हैं हरियाणा जनचेतना पार्टी (वी) से अंबाला की मेयर शक्तिरानी शर्मा की। जिन्होंने मेयर बनने के तुरंत बाद नई मिसाल साबित करते हुए मेयर को मिलने वाली सभी सरकारी सुविधाएं लेने से इंकार कर दिया था।
वैसे तो अंबाला शक्तिरानी शर्मा किसी पहचान की मोहताज नही हैं, लेकिन फिर भी अंबाला की मेयर बनने के बाद तरह उन्होंने कार्य किया, वह मिसाल साबित कर दी। मेयर को बकायदा हर महीने मानदेय, निजी सचिव, ड्राइवर, गैनमैन व रहने के लिए मकान सहित कई तरह की सुविधाएं दी जाती है, लेकिन सरकारी खजाने को बचाने के लिए और यह संदेश देने के लिए वह किसी लाभ के लिए नहीं, बल्कि सेवा के लिए मेयर बनी है, सभी सुविधाएं लेने से इंकार दिया।
अपने शांत स्वभाव से अंबाला के लोगों के दिलों में जगह बनानी वाली शक्तिरानी शर्मा यह सभी सुविधाएं अपने खर्च से करती हैं। इतना ही नहीं राजनीति में सेवा की भाव से आई, शक्तिरानी शर्मा ने निजी ट्रस्ट के माध्यम से अंबाला शहर विधानसभा क्षेत्र में हर रविवार को निशुल्क मेडिकल कैंप का आयोजन किया जाता है, जिसमें लोगों को इलाज के साथ साथ दवाईयां भी मुफ्त दी जाती हैं। इतना ही नहीं बच्चों की फ्री कोचिंग के साथ ही नि:शुल्क ई-सुविधा का सराहनीय कार्य कर रही हैं। यह जानकारी हजपा के मीडिया प्रभारी विशाल राणा ने दी।\
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