नई दिल्ली । भारत समेत दुनिया भर में मई महीने के दूसरे रविवार के दिन मदर्स डे मनाया जाता है. इस बार मदर्स डे 8 मई को मनाया जा रहा है. लेकिन सवाल ये है कि इस दिन की शुरुआत 1914 में हुई थी।
सबसे पहले मदर्स डे किसने मनाया?
दरअसल, मदर्स डे (Mother’s Day) मनाने की शुरुआत एना जार्विस नाम (Anna Jarvis) की एक अमेरिकी महिला ने की थी। एना अपनी मां को आदर्श मानती थीं और उनसे बहुत प्यार करती थीं। जब एना की मां की निधन हुआ तो उन्होंने कभी शादी न करने का फैसला करते हुए अपनी मां के नाम अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने मां को सम्मान देने के लिए मदर्स डे मनाने की शुरुआत की। उन दिनों यूरोप में इस खास दिन को मदरिंग संडे कहा जाता था।
एना के इस कदम के बाद अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने औपचारिक तौर पर 9 मई 1914 में मदर्स डे मनाने की शुरुआत की। इस खास दिन के लिए अमेरिकी संसद में कानून पास किया गया। जिसके बाद मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का फैसला लिया गया। बाद में मदर्स डे को मई के दूसरे रविवार के दिन मनाने की स्वीकृति अमेरिका समेत यूरोप, भारत और कई अन्य देशों ने भी दी।
अपनी मां को खास महसूस कराने, उनके मातृत्व और प्यार को सम्मानित करने के उद्देश्य से बच्चे मदर्स डे मनाते हैं। पिछले कुछ दशकों में मां को समर्पित इस दिन को बहुत खास तरीके से मनाया जाता है। इस दिन लोग अपनी मां के साथ समय बिताते हैं। उनके लिए गिफ्ट या कुछ सरप्राइज प्लान करते हैं। पार्टी का आयोजन करते हैं और मां को बधाई देते हैं उनके प्रति अपने प्यार और लगाव को जाहिर करते हैं।