इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
सप्ताह का चौथा दिन भी लगातार गिरावट में रहा, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 1158 अंक लुढ़कर 52,930.31 जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 359 अंक गिरकर 15,808.90 पर बंद हुआ। सबसे ज्यादा गिरावट बैंकिंग शेयर्स में दिखने को मिली। आज सेंसेक्स के 30 शेयर्स में से 29 शेयर्स में गिरावट रही जिससे निवेशकों को काफी नुकसान रहा।
सुबह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 480 अंकों की गिरावट के साथ 53,608.35 पर खुला, वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 181 अंकों की गिरावट के साथ 15,935 पर खुला।
BSE के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी गिरावट रही। मिडकैप इंडेक्स 495 गिरा और 21,645.13 पर बंद हुआ। वहीं स्मॉलकैप इंडेक्स 500 अंक लुढ़कर24,995.51 पर बंद हुआ। मिडकैप में सबसे अधिक गिरावट की बात करें तो यह वीनस रेमेडीज में रही।
वहीं आपकों बता दें कि एलआईसी आईपीओ LIC IPO 9 मई तक निवेश के लिए खुला था। अब IPO बंद होने के बाद शेयरों का अलॉटमेंट आज हो रहा है। इसके बाद 17 मई को LIC IPO शेयर बाजार में लिस्ट होगा।
एक्सपर्ट का मानना है कि बाजार में गिरावट के लिए विश्व में कई जगहों पर कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन, क्रूड-आयल की बढ़ते भाव, कमजोर रुपया, बढ़ती महंगाई, रूस-यूक्रेन युद्ध, पाम आॅयल का इंपोर्ट रुकना आदि हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड ऑफ रिसर्च विनोद नायर का साफ मानना है कि रुपए की कमजोरी और चीन में कोरोना के कारण लगाए लॉकडाउन ने बाजार की चिंता बढ़ाई है।
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