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मनोहर लाल खट्टर की शिक्षा से राजनीति तक का सफर

• LAST UPDATED : May 13, 2022

मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) का जन्म 5 मई 1954 में गांव-निदाणा, जिला रोहतक में हुआ. माता का नाम शांति देवी. पिता का नाम हरबंस लाल खट्टर. परिवार में 3 भाई. धर्म हिंदू. जाति खत्री ।

हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल

मनोहर लाल भारत के हरियाणा (Haryana) राज्य के मुख्यमंत्री निर्वाचित हुए. उन्होंने 26 अक्टूबर 2014 को हरियाणा के 10वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. राज्य के पहले ऐसे मुख्यमंत्री है जो गैर जाट समुदाय से आते है. 18 वर्ष बाद पहले और गैर जाट नेता है। वे अभी भारतीय जनता पार्टी के सदस्य होने के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक भी रह चुके हैं. वहीं हरियाणा विधानसभा में करनाल का प्रतिनिधित्व करते है. 2014 में हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पहली बार अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा पार किया. राज्य में 90 सीटों में से बीजेपी के खाते में 47 सीटें आईं जिसके बाद वो राज्य में सरकार बनाने में कामयाब रही. वहीं कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा 15 सीटों के साथ तीसरे पायदान पर पहुंच गई।

मनोहर लाल (Manohar Lal) जी की स्कूली शिक्षा

मनोहर लाल जी ने 6 वर्ष की उम्र में स्कूली शिक्षा शुरू की शिक्षा के दौरान हमेशा चर्चा और स्कूल की गतिविधियों में सबसे आगे रहे । मनोहर जी का सपना था वो बड़े होकर डॉक्टर बने, लेकिन पिताजी चाहते थे पारिवारिक परंपरा के अनुसार खेती करें । मनोहर अपने परिवार के एकमात्र ऐसे सदस्य थे जिन्होंने 10वीं पास होने के बाद भी पढ़ाई जारी रखी फिर आगे की शिक्षा के लिए दिल्ली का रुख किया वहां से दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की शिक्षा पूरी की. साथ ही दिल्ली के सदर बाजार के निकट कपड़ों की दुकान खोली और दुकानदार की।

समाज सेवा में किया जीवन समर्पित

मनोहर लाल ने वर्ष 1977 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक के रूप में अपने जीवन शुरुआत की.साथ ही अविवाहित रहने का फैसला किया. और अपने जीवन को जनसेवा के लिए समर्पित कर दिया. वहीं वर्ष 1980 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक बन गए. 14 साल तक अपना समय प्रचारक के तौर पर सेवांए दी।

राजनीतिक सफर की शुरुआत

सन 1994 में भाजपा की राजनीतिक दुनिया से सक्रिय हुए. वर्ष 1996 में पहली बार मनोहर(Manohar Lal)को हरियाणा में नरेंद्र मोदी के साथ काम करने का अवसर प्राप्त हुआ.जो कि उस समय हरियाणा के प्रभारी थे. पर्दे के पीछे रहकर राजनीति के सफर में अपनी छवि एक कर्मठ, नि:स्वार्थ भाव और ईमानदारी के साथ भाजपा का सहयोग दिया और कई राज्यों में भाजपा को सफल बनाने में उन्होंने रचनात्मक भूमिका निभाई। सन 2000 में हरियाणा में खट्टर को बीजेपी के संगठनात्मक महासचिव नियुक्त किया गया. 2014 तक इस पद पर सेवा की. 2014 के विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत को आजमाया जिसमें वो कामियाब रहें।

26 अक्टूबर 2014 को मुख्यमंत्री के रुप में जीत हासिल कर शपथ ली. साथ ही 2014 में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य बने और हरियाणा बीजेपी चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। 2019 में विधानसभा चुनाव में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में भाजपा विफल रही.जिसके चलते दुष्यंत चौटाला की जननायक पार्टी का समर्थन लेना पड़ा , इसके बाद एक फिर 27 अक्टूबर को मनोहर ने दोबारा मुख्यमंत्री के पद पर शपथ ली।

विवादों में आए खट्टर

उन्होंने एक बार गोमांस के मुद्दे पर टिप्पणी की थी जिसकी वजह से उनकी काफी आलोचना हुई थी, उन्होंने लिखा था कि: “मुसलमान भारत में रह सकते हैं, लेकिन उन्हें गोमांस खाना बंद करना होगा”। इस बयान के बाद भाजपा पार्टी ने तत्काल कहा कि ‘पार्टी के साथ इसका कोई लेना-देना नहीं है और यह उनका व्यक्तिगत विचार है।’ अपने बयान के 24 घंटों के भीतर उन्होंने अपना बयान बदल लिया, और उन्होंने कहा कि मैं लोगों की भावनाओं को चोट नहीं पहुंचना चाहता और मैं इसके लिए माफी चाहता हूं।’

परिवार का इतिहास

इतिहास 1954 खट्टर का परिवार 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान से चला आया और रोहतक जिले में बस गया। वे भारत खाली हाथ पहुंचे। खट्टर ने पंडित नेकी राम शर्मा गवर्नमेंट कॉलेज, रोहतक से अपना हाईस्कूल पूरा किया। इसके बाद वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री पूरी करने के लिए दिल्ली चले गए। वह अपने कॉलेज के दिनों में दिल्ली के सदर बाजार के पास एक दुकान भी चलाया करते थे।

जीवन की उपलब्ध‍ियां 

उपलब्ध‍ियां हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले पहले भाजपा नेता बनने का गौरव पाया है। कांग्रेस उम्मीदवार को 63,736 वोटों से हराकर अपना पहला विधानसभा चुनाव जीत लिया। खट्टर लगातार केंद्र सरकार की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ नामक लड़की बाल अभियान को बचाने के लिए काम करते रहें। यह उनकी सरकार के प्रयासों के कारण संभव हुआ कि हरियाणा में बाल लिंग अनुपात में सुधार हुआ।