इंडिया न्यूज़, Benefits Of Kundru For Sugar Patients: डायबिटिज की बिमारी आज के समय में आम बन गई है। हर पांच में से एक व्यक्ति डायबिटिज की बिमारी से झुंछ रहे है। दुनियाभर के हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि हेल्दी डाइट और सही लाइफस्टाइल भी डायबिटीज को कंट्रोल रखने में बहुत मददगार साबित है। विशेषज्ञों का मानना है कि जिन लोगों को यह बीमारी है, उन्हे सही खान पान और स्वस्थ आहार लेना चाहिए और नियमित व्यायाम करना चाहिए।
इससे हमारी जीवनशैली में कुछ अन्य बदलाव, और रक्त शर्करा को नियंत्रित रखने में मदद कर सकते हैं। लेकिन जब हेल्दी डाइट की बात आती है तो लोग इसे लेकर अक्सर कंफ्यूज हो जाते हैं।
घर पर बने हुई कुछ ऐसी सब्जियां, फल है जिनके सेवन से ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि, घर पर बनाए गए खाने को स्वस्थ्य माना जाता है। कुछ खाद्य पदार्थों में ऐसी विशेषताएं होती हैं, जो रक्त शर्करा को कम रखने और मधुमेह को नियंत्रित रखने में मदद करता हैं। ऐसी ही एक सब्जी है कुंदरू, जिसे अंग्रेजी में आइवी गॉर्ड कहा जाता है।
कुंदरू को कई नामों से जाना जाता है- जैसे तेंदला, टिंडोला, छोटी लौकी, तेला कुचा आदि इसके अन्य नाम हैं। कुंदरू एक छोटे आकार में, हरे रंग की सब्जी है, जिसमें बीज भी होते हैं। इसे भारत और दुनिया के हिस्सों में खाया जाता है।
कुंदरू का सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे मधुमेह, अस्थमा, कब्ज, उच्च कोलेस्ट्रॉल और अन्य कई बीमारियों के एक उपाय के रूप में किया गया है। इस सब्जी के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बहुत सारे वास्तविक साक्ष्य उपलब्ध हैं, लेकिन कुंदरू से स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का इलाज कैसे संभव है, यह पता लगाने के लिए वैज्ञानिक साक्ष्य, शोध और अध्ययन सीमित हैं।
वर्ष 2003 में किए गए एक रिसर्च के अनुसार पता चला है कि कुंदरू डायबिटीज के उपचार में सहायक और प्रभावी हो सकती है। रिसर्च में पाया गया कि अमेरिकी जिनसेंग और कुंदरू को उपचार में सबसे प्रभावशाली देखा गया।
वर्ष 2011 में एक रिसर्च में पता चला है कि जिन लोगों ने खाने में कुंदरू का सेवन किया है। उनके रक्त शर्करा का स्तर उन लोगों की तुलना में कम था, जिनके पास एक प्लेसबो था, जिससे यह साबित होता है कि कुंदरू रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में अहम भूमिका निभाता है।
यह भी पढ़ें : गर्मियों के मौसम में गन्ने का जूस हमारे लिए कितना फायदेमंद, जानिए