पलवल/ऋषि भारद्वाज
पलवल में कानून के शिकंजे और लोक लाज के डर से एक दंपत्ति ने जवान बेटी के साथ ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। मरने वालों की पहचान करीमपुर गांव निवासी राकेश विमलेश और प्रीति के रूप में हुई है। इन तीनों के खिलाफ पिछले दिनों चांदहट थाना में एक वॉइस रिकॉर्डिंग के आधार पर मरने के लिए मजबूर कर देने का मुकदमा दर्ज हुआ था। अब फिर तीन लोगों की मौत के बाद मृतकों के परिवार जन चांदहट थाने में मुकदमा दर्ज कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत 21 जुलाई को शानदार थाने में पलवल के निकटवर्ती ग्राम छज्जू नगर निवासी ब्रह्मा की पत्नी रमेश ने एक वॉइस रिकॉर्डिंग के आधार पर करनपुर गांव निवासी राकेश की पत्नी विमलेश और 17 साल की बेटी प्रीति के खिलाफ रेप के झूठे आरोप में फंसाने का दबाव बनाकर उत्पीड़न करने, ब्लैकमेल और मरने के लिए मजबूर करने का मुकदमा दर्ज किया गया था.
थाने में मुकदमा नंबर 255 के अनुसार सचिव नगर का निवासी डॉ रमेश ने अपने भाई मोनू को फोन करके बताया था कि उसने उक्त 3 लोगों के उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग से तंग आकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए जहर खा लिया है। वॉइस रिकॉर्डिंग के अनुसार मृतक डॉक्टर रमेश अपने भाई से तीनों दोषियों से बदला लेने और कानूनी सजा दिलाने की बात करता है। इससे पहले कि भाई अपने भाई को बचाने के लिए जाता उससे पहले उसकी मौत हो चुकी थी, जिस पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है.
मुकदमा दर्ज होने के सिर्फ 4 दिन बाद एक और दर्दनाक वाकया सामने आया, जिसमें तीन लोगों ने ट्रेन के सामने आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। पुलिस ने तीनों के शवों के क्षत-विक्षत टुकड़ों को एकत्रित कर पोस्टमार्टम करवाया और परिजन को सौंप दिया।