इंडिया न्यूज, Covid Pneumonia Symptoms: कोरोना वायरस का प्रभावित करने वाला निमोनिया बहुत ही गंभीर माना जाता है। जो हमारे फेफड़ों के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता है। ऐसी स्थिति में मरीज की जान भी जा सकती है। कोरोना संक्रमण में होने वाला निमोनिया आम निमोनिया से बहुत ही अलग होता है। कोरोना में होने वाला निमोनिया सिधा फेफड़ों पर प्रभाव ड़ालता है जो की बहुत ही गंभीर माना जाता है।
बिना कोरोना के होने वाले निमोनिया के कारण फेफड़ों में पानी भरने लगता है और सूजन आने लगती है। इसमें कई पीड़ित लोगों को ऑक्सीजन या वेंटीलेटर की जरूरत भी पड़ सकती है।
वहीं कोरोना संक्रमण की वजह से होने वाले निमोनिया में दोनों फेफड़े प्रभावित होते हैं। कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि आम निमोनिया को देखते हुए कोरोना में होने वाला निमोनिया बहुत ही तेजी से फैलता है और फेफड़ों में ज्यादा समय तक रहकर बहुत ही नुकसानदायक साबित हो सकता है।
कोरोना के दौरान होने वाले निमोनिया में कई तरह के लक्ष्ण नजर आतक है जैसे- सूखी खांसा या बलगम वाली खांसी, सांस लेने में दिक्कत, दिल की धड़कनों का बढ़ना, शरीर का तापमान बढ़ जाना, पसीना आना, कंपकपी, भूख न लगना, सीने में दर्द होना, खांसते वक्त खून आना, कमजोरी आदि।
इन सब लक्ष्णों के अलावा और भी कई तरह के लक्षण देखने को मिल सकते है। जो की पीड़ित के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। ऐसा भी हो सकता है कि कुछ मरीज एक से ज्यादा लक्षणों का अनुभव करें। कोरोना संक्रमण के दौरान या फिर बाद में अगर आप के ऊपर बताए गए लक्षणों में से किसी का भी अनुभव करते हैं तो फौरन डॉक्टर की सलाह ले।
ज्यादा उम्र के लोगों अगर कोरोना से प्रभावित हो जाए तो निमोनिया का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। 80 वर्ष या उससे अधिक उर्म के लोगों में इसका जोखिम ज्यादा बढ़ जाता है। वहीं, जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर है, वे भी निमोनिया का शिकार हो सकते हैं। साथ ही जो लोग कैंसर, एड्स आदि जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें भी आसानी से हो सकता है।
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