अमृतसर: हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला अपनी पत्नी मेघना और छोटे भाई दिग्विजय चौटाला के साथ अमृतसर पहुंचकर स्वर्ण मंदिर में माथा टेका और अरदास की। सभी ने देश में शांति सद्भावना और खुशहाली के लिए प्रार्थना की, दुष्यत ने गुरुद्वारा साहिब परिसर में कहा कि वो अपनी प्तनी के साथ काफी समय से आने की सोच रहे थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की पत्नी यानी दुष्यंत चौटाला की दादी की मंगलवार को पहली पुण्यतिथि थी। मंगलवार को चंडीगढ़ में अपने आवास पर हवन करने के बाद दुष्यंत चौटाला परिवार के साथ श्री हरमंदिर साहिब माथा टेकने पहुंचे थे। इस दौरान उनकी पत्नी मेघना और भाई दिग्विजय चौटाला ने अरदास के बाद लंगर भी किया और विश्व के सबसे बड़े लंगर को बनाए जाने की विधि के बारे में भी जानकारी ली।
इस मौके पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उन्हें सिरोपा देकर सम्मानित भी किया, अमृतसर के स्थानीय अकाली-भाजपा नेताओं ने भी दुष्यंत चौटाला का स्वागत किया
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए दुष्यंत चौटाला ने एसवाईएल और पाकिस्तान जाने वाले पानी पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी
एसवाईएल के मुद्दे पर डिप्टी सीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट देश की सबसे बड़ी कोर्ट है, एसवाईएल के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट पहले ही हरियाणा के हक में फैसला सुना चुकी है। अब उसे लागू करने का समय आ चुका है।
पाकिस्तान में जाने वाले पानी को लेकर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि तकनीक जब एक सड़क को दूसरी सड़क से जोड़ सकती है तो क्यों नहीं हम अपने रिसोर्स का इस्तेमाल करके, उसे प्रदेश और देश के अलग अलग हिस्सों में इस्तेमाल करें