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सबसे तेज सुधार के लिए उत्तर भारत में नंबर वन बना चरखीदादरी

• LAST UPDATED : August 20, 2020

चरखी दादरी/रवि जांगड़ा: चरखी दादरी नगरपरिषद को पूरे उत्तर भारत में सर्वाधिक तीव्र गति से सुधार के लिए प्रथम पुरस्कार दिया गया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में दादरी गत वर्ष के 850 रैंक से एक साल में ही 11 वें रैंक पर आ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रैंकिंग सुधार में सबसे ऊपर उछाल आने के लिए दादरी शहर को प्रथम पुरस्कार दिया गया है। उपायुक्त शिवप्रसाद शर्मा ने इसके लिए नगरपरिषद चेयरमैन संजय छपारिया एवं परिषद के कार्यकारी अधिकारी मनोज यादव को बधाई दी है।

केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह ने आज वीडियो कांफ्रेंस के जरिए देश के सभी राज्यों से जुड़ते हुए प्रधानमंत्री की ओर से स्वच्छता पुरस्कारों की घोषणा की। इसमें देश का सबसे साफ-सुथरा शहर का पुरस्कार इंदौर को दिया गया। विभिन्न श्रेणियों में दिए गए इन पुरस्कारों में चरखी दादरी को रैंकिंग सुधार में सबसे ऊपर उछाल के लिए उत्तर भारत में प्रथम स्थान पर पुरस्कृत किया गया है। वर्ष 2019 के सर्वे में चरखी दादरी शहर का स्थान उत्तर भारत जोन में 4237 में से 850 वां रैंक मिल पाया था। केंद्र सरकार के शहरी मंत्रालय ने इस वर्ष जनवरी माह में दादरी शहर का फिर से सर्वे करवाया। इसके आधार पर दादरी को उत्तर भारत में 11 वां सबसे स्वच्छ शहर होने का खिताब मिला है। केंद्रीय शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने तेजी से रैंकिंग में ऊपर आए प्रथम पुरस्कार के लिए उपायुक्त शिवप्रसाद शर्मा, चेयरमैन संजय छपारिया, कार्यकारी अधिकारी मनोज यादव एवं दादरी की जनता की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि दादरी आने वाले समय में सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार पाने के लिए प्रयास करे।

उपायुक्त शिवप्रसाद शर्मा ने जिला की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अभी इस दिशा में जनसहयोग से और कार्य किए जाएंगे। नगरपरिषद व अभियांत्रिकी विभागों से मिलकर दादरी की स्वच्छता के लिए एक व्यापक कार्ययोजना बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि दादरी में भी नागरिकों को स्वच्छता योगदान के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। जिससे शहर की सुंदरता में निखार आए।

नगरपरिषद चेयरमैन संजय छपारिया ने इस उपलब्धि के लिए नगर के सभी पार्षदों, सफाई कर्मचारियों व स्टाफ सदस्यों को मुबारकबाद दी है। उन्होंने कहा कि दादरी शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए नए सार्वजनिक शौचालय बनवाए गए, चौराहों का सौंदर्यीकरण किया गया तथा कूड़ा उठाने के लिए ऑटो टीपर गाडिय़ों को गली-गली में पहुंचाया गया। आम नागरिकों ने भी शहर की सफाई व्यवस्था में अपना अमूल्य सहयोग दिया है। उन्होंने कहा कि दादरी भविष्य में देश का सबसे स्वच्छ नगर बने,  इसके लिए हमें अभी से काम करना होगा। आमजन से चेयरमैन ने अपील की है कि वे सडक़ों पर कूड़ा-कर्कट ना डालें। अपने शहर को साफ रखें।

वीडियो कांफ्रेंस में दिखाया गया कि दूसरे नगरों में किस प्रकार से कचरा प्रबंधन कर उससे उपयोगी वस्तुएं बनाई जा रही है तथा खाद के रूप में कूड़े का बेहतर इस्तेमाल किया जा रहा है। स्वच्छता पुरस्कार से आज सम्मानित हुए शहर जैसे महाराष्ट्र का कराड, धनंतरि, गंगाघाट उन्नाव, कन्नौज, फिरोजाबाद, नवांशहर, जालंधर कैंट, राजकोट आदि ने सफाई के अलावा शौचालयों का प्रयोग, पॉलिथिन की जगह थैलों को इस्तेमाल करना, गीला व सूखे कचरे का प्रबंधन, सोलिड वेस्ट प्लांट, बायो गैस प्लांट इत्यादि लगाकर इस स्थान को पाया है। इस कार्य में सबसे अधिक सहयोग आम नागरिकों का रहा

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