इंडिया न्यूज, Haryana News : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय अगले ऐकडेमिक सेशन से 14 आनलाइन कोर्स शुरू करने जा रहा है। इन कोर्सों में 10 सर्टिफिकेट डिप्लोमा और चार डिग्री कोर्स शामिल हैं। इनके लिए कुवि प्रशासन की तरफ से आनलाइन सिलेबस तैयार किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत आनलाइन कोर्स शुरू करने की दिशा में कुवि का यह बड़ा कदम है। इन सभी कोर्स के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की तरफ से कुवि के दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय को मंजूरी दे दी गई है।
कोरोना काल के बाद से पूरे विश्व में ही आनलाइन शिक्षा का चलन बढ़ गया है। इसे देखते हुए कुवि पिछले कई महीनों से तैयारियों में जुटा था। कुवि प्रशासन ने समय की कमी को नज़र रखते हुए आनलाइन कोर्स शुरू किए हैं। इनमें मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट आफ थिंग्स, ब्लाकचेन मैनेजमेंट, फुल स्टैक डेवलपमेंट, क्लाउड कम्प्यूटिंग, डाटा एनालिटिक्स, जर्मन, फ्रैंच, जापानी भाषा व साइबर सिक्योरिटी में सर्टिफिकेट व डिप्लोमा कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। आनलाइन डिग्री कोर्साें में बीए, बीकाम, एमए मास कम्यूनिकेशन तथा एम काम शामिल हैं।
कुवि प्रशासन के इस फैसले से आटोमेशन में कई दूरगामी बदलाव होंगे। इससे विद्यार्थियों को एक कोस्ट इफेक्टिव, आनलाइन व आटोमेटिड प्रणाली के जरिये शिक्षा की सुविधा दी जाएगी। इस प्रणाली के जरिये बेहतर गुणवत्ता के साथ विद्यार्थियों के लिए एक नया प्लेटफार्म तैयार किया गया है। इससे विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय शिक्षा आनलाइन माध्यम से उनकी सुविधा के अनुसार दी जाएगी। इससे विश्वविद्यालय आत्मनिर्भरता की ऒर कदम रखेगा इसके साथ ही शिक्षा अनुपात में भी वृद्धि होगी। इसके अंतर्गत जीरो लागत शिक्षा प्रणाली का लाभ यूनिवर्सिटी को मिलेगा और नई शिक्षा नीति प्रणाली को भी गति मिलेगी।
कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि कुवि में इस सत्र में 14 आनलाइन कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। इसके लिए कुवि प्रशासन की तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आनलाइन कोर्स शुरू होते ही विद्यार्थियों को उनकी सुविधा अनुसार शिक्षा मिल पाएगी। आज आनलाइन शिक्षा समय की मांग की गयी है। कुवि ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण और बड़ा फैसला लिया है।
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