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Chirag Yojana Haryana : गरीब अभिभावकों के बच्चों के लिए वरदान बनी चिराग योजना

• LAST UPDATED : July 20, 2022

इंडिया न्यूज, Haryana News (Chirag Yojana Haryana): हरियाणा सरकार प्रदेश के सभी बच्चों को समान एवं बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है। हरियाणा एक ऐसा राज्य है, जहां गरीब विद्यार्थियों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए मौजूदा सत्र से कक्षा दूसरी से 12वीं तक के विद्यार्थियों को मान्यता प्राप्त प्राइवेट विद्यालयों में पढ़ने का समान अवसर प्रदान किया जा रहा है। इसी उद्देश्य से प्रदेश में मुख्यमंत्री समान शिक्षा राहत, सहायता एवं अनुदान (चिराग) महत्वकांक्षी योजना शुरू की गई है। Chirag Yojana Haryana

20 हजार करोड़ शिक्षा के क्षेत्र पर होंगे खर्च

Chirag Yojana Haryana

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Haryana CM Manohar Lal) ने कहा कि प्रदेश के इस बार के बजट (2022-23) में 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक अकेले शिक्षा के क्षेत्र पर खर्च किए जा रहे हैं। इसी के तहत प्रदेश सरकार सभी बच्चों को समान शिक्षा का अधिकार प्रदान करने के लिए नई-नई योजनाएं व कार्यक्रम शुरू कर रही है।

क्या होंगी चिराग की शर्तें

बता दें कि चिराग योजना प्रदेश के गरीब अभिभावकों के बच्चों के लिए शुरू की गई योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत निजी विद्यालयों की सहमति से ऐसे बच्चों जिनके माता-पिता/अभिभावकों की वार्षिक सत्यापित आय 1 लाख 80 हजार रुपए से कम है और वे बच्चे सरकारी विद्यालयों में पढ़ रहे हैं उनके दाखिले इन निजी विद्यालयों में कक्षा दूसरी से बारहवीं तक किए जाएंगे।

योजना के तहत इतनी राशि देनी होगी

मुख्यमंत्री ने बताया कि (चिराग) योजना के तहत कक्षा दूसरी से पांचवीं तक प्रति छात्र 700 रुपए, कक्षा छठी से आठवीं तक प्रति छात्र 900 रुपए एवं कक्षा नौवीं से बारहवीं तक प्रति छात्र 1100 रुपए प्रति माह की दर से प्रतिपूर्ति राशि या फार्म 6 में घोषित शुल्क राशि, जो भी कम होगी वह विद्यालयों को अदा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत प्रदेश के 381 निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों द्वारा 24,987 सीटों पर छात्रों को दाखिले देने की प्रक्रिया जारी है।

सरकारी विद्यालयों में ये सुविधाएं…

मनोहर लाल ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सभी सरकारी विद्यालयों में कक्षा पहली से 12वीं तक कोई फीस नहीं ली जाती। गौरतलब है कि कक्षा पहली से आठवीं तक वर्दी, पाठ्य-पुस्तकें, कार्य पुस्तकें, स्टेशनरी, स्कूल बैग एवं दोपहर का भोजन निशुल्क उपलब्ध करवाया जा रहा है।

अंग्रेजी माध्यम के बैग फ्री संस्कृति मॉडल विद्यालयों में ऐसे सभी विद्यार्थियों जिनके जिनके माता-पिता/अभिभावकों की वार्षिक सत्यापित आय 1 लाख 80 हजार रुपए से कम है, उनके लिए भी निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था है। 1 लाख 80 हजार रुपए से ऊपर की सालाना आमदन वाले परिवारों के बच्चों से नाममात्र मासिक अंशदान लिया जाता है। Chirag Yojana Haryana

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